मथुरा। संस्कृति विश्वविद्यालय ने कृषि और संबद्ध विज्ञान और प्रबंधन के अत्याधुनिक क्षेत्रों में छात्रों के प्रशिक्षण और गुणवत्ता स्नातकोत्तर अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए आईसीएआर- राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान प्रबंधन(एनएएआरएम) अकादमी हैदराबाद के साथ एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं।
संस्कृति विश्वविद्यालय के कुलपति डा. एमबी चेट्टी और एनएएआरएम हैदराबाद की ओर से डा. सीएच. श्रीनिवासराव ने इस समझौते को एक कार्यक्रम में हस्ताक्षर कर अमलीजामा पहनाया। हैदराबाद संस्थान(नार्म) के निदेशक सीएच श्रीनिवासराव के साथ संस्थान के सयुंक्त निदेशक डा. जी वेंकटेश्वरलू भी इस समझौते में सयुंक्त रूप से शामिल हुए। संस्कृति विश्वविद्यालय के कुलपति डा.एमबी चेट्टी ने बताया कि इस समझौते के अनुसार संकाय और छात्रों के आदान-प्रदान कार्यक्रमों के लिए राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्व के संस्थानों के साथ द्विपक्षीय सहयोग विकसित करने, संयुक्त अनुंसंधान प्रस्ताव विकसित करने और दाखिल करने की दिशा में कार्य किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि संस्कृति विश्वविद्यालय के चांसलर डा. सचिन गुप्ता के द्वारा ली गई रुचि के अनुरूप यह महत्वपूर्ण समझौता मूर्त ले सका है। उन्होंने निदेशक एनएएआरएम के प्रयासों की भी सराहना की जिन्होंने प्रस्ताव पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी। दोनों संस्थानों के बीच समझौता ज्ञापन शिक्षा के उद्देश्य को आगे बढ़ाने के लिए संकाय को पारस्परिक रूप से आकर्षित करने में सुविधा प्रदान करेगा। इसका उद्देश्य एनएएआरएम में संस्कृति विश्वविद्यालय के सभी संकायों को उसके विभिन्न चल रहे कार्यक्रमों के लिए प्रशिक्षित करना है। दोनों संकाय विभिन्न संकाय विकास कार्यक्रमों में सहयोग करेंगे।
डॉ. एम.बी. चेट्टी ने प्रोफेसर जयशंकर तेलंगाना राज्य कृषि विश्वविद्यालय, हैदराबाद के अपनी तरह के पहले इनोवेशन हब, एगहब का भी दौरा किया और मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं डॉ. विजय नंदिमंती के साथ चर्चा की। कल्पना शास्त्री, प्रबंध निदेशक ने छात्र उद्यमिता कार्यक्रमों और एग्रीटेक स्टार्टअप्स के लिए एगहब के साथ संस्कृति विश्वविद्यालय के संभावित सहयोग के बारे में बताया।
संस्कृति विवि ने नार्म हैदराबाद के साथ किया महत्वपूर्ण समझौता
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