लता जी का जीवन एक शिक्षास्पद उदाहरण – कृति शर्मा
वृंदावन। मथुरा मार्ग स्थित वृन्दावन पब्लिक स्कूल में गुरुवार को मेलोडी ऑफ लता जी कार्यक्रम के माध्यम से भारत रत्न लता मंगेशकर को भावांजलि अर्पित की गई। इस दौरान स्कूली छात्र-छात्राओं ने गायन, वादन एवं नृत्य की प्रस्तुतियां देते हुए संगीत जगत में लता जी की भूमिका पर अपने विचार भी रखे। वहीं उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को विद्यालय प्रबंधन द्वारा प्रोत्साहित भी किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत छात्राओं द्वारा माँ सरस्वती की वन्दना से की गई। इसके बाद विधि शुक्ला द्वारा ऐसा देश है मेरा… गीत पर प्रस्तुति दी गई। वहीं मोक्षदा ने ए मेरे वतन के लोगों … गीत प्रस्तुत कर श्रोताओं को भाव विभोर कर दिया। इसके अतिरिक्त अभिनव शर्मा, मयंक पारीक, राम, रमा, कृष्णा आदि छात्र-छात्राओं ने लता जी के लोकलुभावन गीतों पर अपनी-अपनी प्रस्तुतियां दी। निर्णायक की भूमिका सीमा पाहूजा, मनोज सारथी एवं सृष्टि कौशिक ने निभाई। इसके उपरान्त छात्रों द्वारा लता जी के जीवन पर प्रकाश भी डाला गया। जिसमें उन्होंने अपने-अपने विचार व्यक्त कर लता जी को भावांजलि भी अर्पित की।
छात्रा अदिति शर्मा एवं हर्षिता शर्मा ने कहा कि स्वर कोकिला लता जी का जीवन संघर्ष एवं सफलता की मिसाल है। गोपेश तिवारी एवं सागर दिवाकर ने कहा कि भारत रत्न लता जी शिक्षा, विवेक, हुनर एवं व्यक्तित्व की एक अनूठी मिसाल थीं। छात्रों की इन भावनात्मक प्रस्तुतियों के पश्चात् विद्यालय प्रधानाचार्या कृति शर्मा ने उन्हें प्रोत्साहित भी किया। उन्होंने कहा कि लता जी का जीवन हम सब के लिए शिक्षास्पद उदाहरण है। ईश्वर द्वारा प्रदान किए गए हुनर को अपनी लगन, मेहनत एवं समर्पण से रोपित करना लता जी का स्वभाव रहा। उन्होंने कहा कि हम अपनी मेहनत एवं निष्ठा के बल पर अपने हुनर को और भी अधिक तराश सकते हैं। इस अवसर पर अंजना शर्मा, रिचा दुबे, शालू अग्रवाल, शोभित दास आदि उपस्थित रहे।