जी.एल. बजाज के छात्र-छात्राएं पांच गांवों में जगा रहे जनचेतना
मथुरा। शिक्षा का मकसद सिर्फ किताबी ज्ञान देना ही नहीं बल्कि सामाजिक सरोकार से रूबरू कराना भी है। इसी उद्देश्य को लेकर जी.एल. बजाज ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस द्वारा मथुरा जनपद के गोद लिए पांच गांवों में साफ-सफाई, शिक्षा, प्लास्टिक का प्रयोग न करने आदि के प्रति ग्रामीणों को जागरूक करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। हाल ही में जी.एल. बजाज के छात्र-छात्राओं की टोली ने गांव सिहाना में नुक्कड़ नाटक के माध्यम से ग्रामीणों को स्वच्छता का संदेश दिया।
उन्नत भारत अभियान के समन्यवयक प्रो. अजय उपाध्याय के मार्गदर्शन में छात्र-छात्राओं ने नाटक के जरिए सिहोनावासियों को नाले-नालियों, सड़क पर कूड़ा-कचरा न डालने, नदियों-तालाबों को गंदा न करने का संदेश दिया। इतना ही नहीं छात्र-छात्राओं ने ग्रामीणों से आह्वान किया कि सड़क व इमारतों आदि में गुटखा खाकर न थूकें। समन्यवयक प्रो. अजय उपाध्याय ने कहा कि इस नुक्कड़ नाटक का उद्देश्य घर-घर तथा प्रत्येक आदमी तक स्वच्छता का संदेश पहुंचाना और उसे जागरूक करना है। प्रो. उपाध्याय ने कहा कि जनसहयोग से ही हम अपने गांवों को साफ-सुथरा और स्वच्छ रख सकते हैं।
संस्थान की निदेशक प्रो. नीता अवस्थी ने अपने संदेश में कहा कि जी.एल. बजाज का उद्देश्य स्वच्छ भारत, स्वस्थ भारत के संकल्प को पूरा करना है। उन्होंने कहा कि हमारा देश तभी स्वच्छ व स्वस्थ रह सकता है जब हर एक भारतीय इसका न केवल संकल्प ले बल्कि उसे अमलीजामा पहनाने की कोशिश भी करे। प्रो. अवस्थी ने कहा कि गंदगी ही बीमारियों की मुख्य वजह है। यदि हम अपने घर और उसके आसपास के वातावरण को स्वच्छ रखना चाहते हैं तो साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देना होगा।
गौरतलब यह कि जी.एल. बजाज ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस द्वारा मथुरा जनपद के पांच गांवों को उन्नत भारत अभियान के तहत गोद लिया गया है। उसी के तहत संस्थान के प्राध्यापक व छात्र-छात्राएं लगातार इन गांवों में पहुंच कर लोगों को स्वच्छता तथा साक्षरता का संदेश देते हैं। सिहाना में आयोजित कार्यक्रम में ग्रामीणों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हुए अपने आसपास के वातावरण को साफ-सुथरा रखने का संकल्प लिया। कार्यक्रम में संस्थान के डॉ. प्रवीण अग्रवाल, योगेश, खुशबू, प्राची, हर्ष के साथ ही छात्र-छात्रएं उपस्थित रहे।