वृंदावन। पुस्तकीय ज्ञान के साथ व्यवहारिक ज्ञान एक छात्र के चहुमुँखी विकास में सहायक होते हैं, जिसमें पर्यटन की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इसी उद्देश्य की पूर्ति हेतु मथुरा-वृंदावन मार्ग स्थित वृंदावन पब्लिक स्कूल में कक्षा 9 से 12 तक के छात्रों को राजस्थान के प्रसिद्ध शहर उदयपुर का भ्रमण कराया गया। जिसमें छात्रों ने इतिहास की जानकारी के साथ भ्रमण का भी लुफ्त उठाया।
विद्यालय द्वारा चार दिवसीय शैक्षिक भ्रमण 28 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक निश्चित हुआ जिसमें अधिक से अधिक छात्रों ने रुचि दिखाई व इस भ्रमण के हिस्सा बनें। झीलों की नगरी उदयपुर की यह यात्रा सुखद मनोरंजनात्मक आनंदमय व ज्ञानवर्द्धक रहीं। छात्रों ने अपनी यात्रा के अनुभव साझा किये व विद्यालय प्रबंधन को इस यात्रा के लिए आभार व्यक्त किया।
झीलों की नगरी उदयपुर का सौन्दर्य यूँ तो अद्वितीय है। छात्रों द्वारा इसकी जीवंत अनुभूति ने उनके हृदय पटल पर गहरी छाप छोड़ी।
विद्यालय द्वारा हल्दी घाटी, एकनाथ, नाथ द्वारा, सहेलियों की बाड़ी, महाराणा प्रताप का पुस्तकालय, जगदीश टैंपल, उदयपुर सिटी, महाराणा प्रताप म्यूजियम आदि स्थानों का दर्शन किया। साथ ही कालबेरिया नृत्य, शेप क्लाइविंग पारंपरिक लोक नृत्य व संगीत आदि का भी लुफ्त उठाया।
गौरतलब है कि विद्यालय द्वारा प्रति वर्ष छात्रों को शैक्षिक भ्रमण के कार्य क्रय की क्रियान्विति की जाती है ताकि छात्र बाहरी दुनिया से रूबरू होकर प्राकृतिक सौन्दर्य के दर्शनों का लाभ लें। विद्यालय के निदेशक डाॅ ओम जी ने बताया कि यात्राओं से जहाँ मनोरंजन होता है वहीं अन्य राज्यों, स्थानों, क्षेत्रों की संस्कृति को जानने का भी अवसर मिलता है।
शैक्षिक भ्रमण में विद्यालय की निदेशिका निधि शर्मा व प्रधानाचार्या कृति शर्मा भी सहगामी रहे। इंजीनियर पुण्यप्रकाश शर्मा, आदित्य शर्मा, जूही मिश्रा व हेमलता वर्मा ने इस यात्रा को सफल बनाने में पूर्ण सहयोग किया।
शैक्षिक यात्राएँ मनोरंजन के साथ ज्ञानवर्द्धक भी- डाॅ ओम
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