धर्मनगरी वृंदावन में परिक्रमा मार्ग स्थित मोक्ष धाम के निकट एक एक आश्रम पर कब्जे का मामला प्रकाश में आया है। जिसमें कब्जा कर रहे लोगों के विरोध करते हुए साधु संतों ने रो-रो कर अपनी व्यथा सुनाई। वहीं तहसीलदार मांट के अनुसार सिटी मजिस्ट्रेट के आदेश पर तारा किशोर शर्मा को कब्जा दिलाया गया है। पुलिस एवं प्रशासन की मौजूदगी में आश्रम पर कब्जा करने का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है। जिसमें साफ देखा और सुना जा सकता है की आश्रम पर कब्जा के दौरान क्या स्थिति है।
आपको बताते चलें कि वृंदावन कोतवाली इलाके में परिक्रमा मार्ग में मोक्ष धाम के निकट उस समय अच्छा खासा हंगामा देखने को मिला जब केशव देव गौशाला पर अपनी संपत्ति होने का दावा करने वाले एक व्यक्ति ने दावा किया कि ये जमीन उसने अपने पिता ताराकिशोर शर्मा से खरीदी थी। जबकि ये गौशाला और आश्रम वर्षों से केशव देव महाराज का है जोकि उनके देहांत के बाद उनके शिष्य महंत यशपाल दास को आश्रम की जिम्मेदारी सौंपी गई।
उनका कहना है कि यहां पर काफी सालों से हम और हमारे महाराज विराजमान है लेकिन कुछ सालों से यहां पर कब्जा करने की साजिश रचकर कुछ भूमाफिया अपना फर्जी कागजात बनाकर आश्रम पर कब्जा करने का प्रयास कर रहे हैं। वहीं जिला प्रशासन की तरफ से कब्जा दिलाने आए कोतवाली वृंदावन पुलिस और सीओ सदर के साथ नायब तहसीलदार मांट पंकज यादव ने उनके कब्जे को हटाने के साथ साथ सिटी मजिस्ट्रेट का आदेश होने की बात कही। जिस पर साधुओं में आश्रम पर कब्जा करने की कोशिश को लेकर आक्रोश व्याप्त हो गया।
कई साधु संत ट्रेक्टर के सामने आकर मरने को तैयार हो गए और रो रोकर अपनी व्यथा बताने लगे। उन्होंने कहा कि सीएम योगी सरकार में भी संतों के साथ अन्याय हो रहा है। सरकार हमको न्याय दो। लेकिन जिला प्रशासन के अधिकारियों पर इसका कोई असर नहीं हुआ और उन्होंने साधू संतों को हिरासत में लेकर आश्रम पर जबरन कब्जा कराया और आश्रम की दीवारों को तोड़कर आश्रम की जमीन को अपनी बताने वाले लोगों के हवाले कर दिया।
सीओ सदर प्रवीण मलिक ने बताया कि एसडीएम मांट के आदेश पर कब्जा हटाने का कार्यवाही कराई है।
वृन्दावन – पुलिस और अधिकारियों की मौजूदगी में आश्रम पर दिलाया कब्जा, आश्रम के साधु संतों ने जताया विरोध
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