- अयोध्या में उप्र संस्कृति विभाग करायेगा 15 से 23 जनवरी तक रामकथा
- सरयू नदी के समीप भजन संध्या स्थल पर 9 दिनों तक रामायण सुनेंगे रामभक्त
वृन्दावन। अयोध्या में श्रीराम मंदिर लोकार्पण एवं प्राणप्रतिष्ठा आयोजन में पहुँचने वाले भक्तों को श्रीराम कथा श्रवण करने का भी अवसर मिलेगा । उ0प्र0 संस्कृति विभाग द्वारा 15 जनवरी से अयोध्या में श्रीराम कथा का आयोजन किया जा रहा है । जिसमें वृन्दावन के प्रख्यात कथा प्रवक्ता देवकीनंदन ठाकुरजी महाराज रामभक्तों को श्रीराम कथा श्रवण करायेंगे । सोमवार से अयोध्या में सरयू तट पर बनाये गये ‘भजन संध्या स्थल’ पर श्रीराम कथा का सुभारम्भ होगा ।
अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले प्राणप्रतिष्ठा आयोजन की पूरे देश में चर्चा है । उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि देश के सुदूर प्रदेशों से भी रामभक्त अयोध्या आने को लालायित हैं । सरकार भी इस आयोजन को भव्यता प्रदान कर रही है । वहीं मंदिरों की नगरी मथुरा-वृन्दावन का भी अयोध्या के इस आयोजन से सीधा जुड़ाव हो रहा है । वृन्दावन के प्रियाकान्तजु मंदिर संस्थापक एवं भगवद् कथा प्रवक्ता देवकीनंदन महाराज को इस विशेष आयोजन में श्रीराम कथा श्रवण कराने का अवसर मिला है ।
रविवार को ठा0 श्रीप्रियाकान्तजु मंदिर पर दर्शन उपरान्त देवकीनंदन महाराज ने अयोध्या के लिये प्रस्थान किया । राममंदिर प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर रामकथा वाचन को कई जन्मों का सौभाग्य बताते हुये देवकीनंदन महाराज ने कहा कि अब तक जीवन में भगवान की बहुत कथायें कहीं हैं लेकिन यह सर्वोत्तम अवसर सभी के पुण्यों का प्रसाद है ।
उन्होने कहा कि भगवान श्रीराम का मर्यादित जीवन चरित्र सम्पूर्ण मानव जाति के लिये शिक्षाप्रद है । श्रीराम ने 500 वर्ष पश्चात मंदिर निर्माण एवं प्राण प्रतिष्ठा का यह सुअवसर प्रदान किया है । विभिन्न रामायणों में वर्णित प्रसंगों के माध्यम से राम और रामायण के संदेश को अधिक से अधिक युवा पीढ़ी तक पहुँचाने का प्रयास करूँगा ।
प्रियाकान्त जु मंदिर मीडिया प्रभारी जगदीश वर्मा ने जानकारी देते हुये बताया कि उत्तर प्रदेश संस्कृति विभाग द्वारा अयोध्या धाम में ‘रामोत्सव 2024’ के अन्तर्गत रामकथा का आयोजन किया जा रहा है । इसमें 15 से 23 जनवरी तक देवकीनंदन महाराज व्यासपीठ से श्रीरामकथा श्रवण करायेंगे । सरयू तट समीप भजन संध्या स्थल पर प्रतिदिन प्रातः 10.30 बजे से दोपहर 1.30 तक भक्त कथा श्रवण करेंगे ।