सोनीपत और नोएडा में व्यावहारिक और सैद्धांतिक जानकारियां जुटाईं
मथुरा। छात्र-छात्राओं को किताबी ज्ञान के साथ ही व्यावहारिक और सैद्धांतिक ज्ञान दिलाना बहुत जरूरी है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए विगत दिवस राजीव एकेडमी फॉर टेक्नोलॉजी एण्ड मैनेजमेंट के ट्रेनिंग एण्ड प्लेसमेंट विभाग द्वारा एमसीए के छात्र-छात्राओं को आईटी क्षेत्र की जानी-मानी कम्पनी डुकैट के नोएडा और सोनीपत संस्थानों के शैक्षिक भ्रमण पर ले जाया गया। इस शैक्षिक भ्रमण में एमसीए के छात्र-छात्राओं ने कई प्रकार की व्यावहारिक और सैद्धांतिक जानकारियां जुटाईं जो उनके करिअर में चार चांद लगा सकती हैं।
राजीव एकेडमी के ट्रेनिंग एण्ड प्लेसमेंट विभाग से मिली जानकारी अनुसार विगत दिवस संस्थान के प्राध्यापकों के नेतृत्व में एमसीए के छात्र-छात्राओं को आईटी क्षेत्र की कम्पनी डुकैट के नोएडा और सोनीपत संस्थानों के भ्रमण पर ले जाया गया। छात्र-छात्राओं ने पहले दिन डुकैट के सोनीपत स्थित संस्थान का भ्रमण किया, वहां उन्हें प्लाण्ट की कार्यप्रणाली को समझने का अवसर मिला। संस्थान के पदाधिकारियों ने छात्र-छात्राओं को बताया कि डुकैट कम्पनी का संचालन वर्ष 2000 से अनवरत जारी है। कम्पनी युवाओं को शिक्षित-प्रशिक्षित कर उन्हें आईटी उद्योग में नौकरी-उन्मुख बनाती है।
दूसरे दिन छात्र-छात्राओं ने डुकैट के नोएडा स्थित संस्थान में बहुत कुछ सीखा। संस्थान के पदाधिकारियों ने बताया कि डुकैट कम्पनी की दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में 6 शाखाएं हैं, जिनमें 180 से अधिक पाठ्यक्रम और कौशल सेट संचालित हैं। यह संस्थान युवाओं को नौकरी-उन्मुख पाठ्यक्रमों में प्रशिक्षित होने और उनके करियर को बेहतर बनाने में मदद कर रहा है। डुकैट एक पंजीकृत आईटी प्रशिक्षण संस्थान है। यहां व्यावसायिक आईटी पाठ्यक्रमों में स्थानीय तथा सम्पूर्ण भारत के छात्र-छात्राओं को प्रशिक्षित किया जाता है। युवा पीढ़ी के आईटी कौशल को बढ़ाने और विकसित करने के लिए प्रशिक्षण में एक अनुकूलित दृष्टिकोण प्रदान करने की कोशिश की जाती है। शैक्षिक भ्रमण से लौटे छात्र-छात्राओं ने इसे बहुत उपयोगी बताया।
आर.के. एज्केशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने अपने संदेश में कहा कि शैक्षिक भ्रमण से विद्यार्थियों का सम्पूर्ण बौद्धिक विकास होता है। इण्डस्ट्रियल विजिट से छात्र-छात्राओं के कार्य करने की शैली और स्किल में सुधार होता है। संस्थान के निदेशक डॉ. अमर कुमार सक्सेना ने कहा कि शैक्षिक भ्रमण से जहां छात्र-छात्राओं के अनुभव एवं ज्ञान में इजाफा होता है वहीं जिन्दगी को सुचारु रूप से चलाने के लिए एक नवीन सोच भी विकसित होती है।