वृंदावन। एक नारी ही समस्त सृष्टि का आधार है। वह परिवार, समाज व राष्ट्र की नींव है । ऐसे ही विचारों से ओतप्रोत हो वृंदावन पब्लिक स्कूल ने महिला दिवस के अवसर पर विद्यालय की स्वास्थ्य व स्वच्छता कार्य में योगदान देने वाली महिला श्रमिक वर्ग को नारी श्रम शक्ति सम्मान से नवाजा । विद्यालय के निदेशक डाॅ.ओम जी ने कहा कि एक बालक के विकास में जहां अभिभावक व गुरु के अहम भूमिका होती है, वहीं विद्यालय में स्वास्थ्य व स्वच्छता के प्रति छात्रों की देखभाल करने वाले श्रमजीवी वर्ग के महत्व को भी नकारा नहीं जा सकता। छात्र के शारीरिक व मानसिक विकास की कड़ी में इनका सहयोग प्रशंसनीय रहता है। इसी के मद्देनजर विद्यालय द्वारा समस्त महिला श्रमिक वर्ग को उनकी सेवा पारायणता व कर्तव्य परायणता के लिए ‘नारी श्रम शक्ति सम्मान’ से सम्मानित किया गया ताकि वे स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर सके व अपने अंदर हीन भावना न पनपने दें।
विद्यालय की निदेशक डॉ निधि शर्मा ने कहा कि एक नारी होने के कारण हमारा सबसे पहला दायित्व यह है कि हम स्वयं को प्रसन्न रखें और स्वस्थ रखें जब हम स्वस्थ व प्रसन्न रहेंगे तभी हम अपने घर-परिवार का ध्यान रख पाएंगे।
बीएनएस स्कूल की संयोजकता दमयंती गोस्वामी ने कहा कि आज का युग नारीवाद का युग है। आज महिलाएं हर क्षेत्र में पुरुष के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही है। घर-परिवार और कार्य क्षेत्र को बखूबी निभा रही हैं। इससे नारियों की स्थिति सुदृढ़ हुई है। एक नारी होने के नाते हम हमें स्वयं भी नारियों का करना चाहिए और अपने आत्मसम्मान की भी रक्षा करनी चाहिए।

इसी क्रम में विद्यालय में कक्षा 12 के छात्र-छात्राओं ने समस्त महिला अध्यापिकाओं को अपने नृत्य ,गायन वादन और नाटक प्रस्तुति से नारी होने के गौरव से रूबरू कराया। संगीत विभाग के द्वारा आयोजित गीत ओ री चिरैया… ने जहां नारी के महत्व को बताया ,वहीं विभिन्न क्षेत्रों में नारियों की भूमिका को दर्शाती एक नाट्य प्रस्तुति ने नारी सशक्तिकरण की मिसाल कायम की जिससे समस्त परिकर तालियों की गडगड़ाहट से गूंजा यमान हो गया।
इस अवसर पर प्रियदर्शनी आचार्य, सीमा पाहुजा, रागिनी श्रीवास्तव, जूही अग्रवाल, अंजना शर्मा व पूजा तिवारी आदि का सहयोग सराहनीय रहा।