वाणिज्य विभाग द्वारा गैर किराया राजस्व के माध्यम से आय अर्जन में नई पहल , ई-नीलामी के माध्यम से इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग के लिए प्रदान किया गया अनुबंध ,रेलवे को होगी 30.80 लाख /- रुपये की आय
यात्रियों को बेहतर सेवा देने के लिए संकल्पित आगरा रेल मंडल द्वारा निरंतर सर्वोत्तम प्रयास किए जा रहे हैं जिसके चलते रेल राजस्व में भी वृद्धि हो रही हैं। मंडल रेल प्रबंधक आगरा तेज प्रकाश अग्रवाल के मार्गदर्शन व वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक आगरा श्री अमित आनन्द के निर्देशन में उत्तर मध्य रेल्वे में पहली बार आगरा मंडल में आगरा छावनी और मथुरा जं. रेलवे स्टेशनों पर इलेक्ट्रिक व्हीकल को चार्ज करने की सुविधा जल्द ही शुरू की जाएगी | प्रदूषण और कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए रेल्वे लगातार बड़े प्रयास कर रहा है | रेलवे ‘हरित पहल’ के जरिए स्वच्छ हवा और वातावरण को बढ़ावा देने की कोशिश कर रही है यह चार्जिंग प्वाइंट्स 24×7 और 365 दिन काम करेगा | इससे ई –मोबिलिटी को भी बढावा मिलेगा | लोग रात में भी अपनी गाड़ी की चार्जिंग करवा सकते है |रेलवे द्वारा गैर-किराया राजस्व योजना के तहत चार्जिंग की सुविधा को बढ़ावा देने की कोशिश की जा रही है| वाणिज्य विभाग द्वारा गैर किराया राजस्व के माध्यम से आय अर्जन में नई पहल की जा रही है जिसमे ई-नीलामी के माध्यम से इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग के लिए अनुबंध प्रदान किया गया है
जिसमें आगरा कैंट के सर्कुलेटिंग एरिया में इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) चार्जिंग स्टेशन से प्रति वर्ष रेलवे 3.75 लाख (03 वर्ष के लिए कुल अनुबंध मूल्य रु. 11,25,000/-) व मथुरा जंक्शन के सर्कुलेटिंग एरिया (सभी 3 प्रवेश द्वार) पर इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) चार्जिंग स्टेशन के प्रति वर्ष रेलवे 6.51 लाख (03 वर्ष के लिए कुल अनुबंध मूल्य रु. 19,54,500/-) इन दोनो अनुबंधों से लगभग 30.80 लाख रू रेल्वे को राजस्व प्राप्त होगा l
आगरा मंडल के 02 रेलवे स्टेशनों पर चार्जिंग स्टेशन बनाए जा रहे हैं | इसमें आगरा छावनी और मथुरा जं.रेलवे स्टेशन में चार्जिंग की सुविधा जल्द ही शुरू की जाएगी | इस सुविधा के तहत आम जनता के बैटरी वाहनो को उसकी आवश्यकता के अनुसार उचित दरों पर चार्ज किया जा सकेगा,यह न केवल बैटरी वाहन मालिकों को एक सुविधाजनक चार्जिंग समाधान प्रदान करेगा बल्कि पर्यावरण प्रदूषण को कम करने में भी मदद करेगा। चार्जिंग प्वाइंट्स लगने से सबसे ज्यादा फायदा उन वाहन चालकों को होगा जो अक्सर आगरा छावनी और मथुरा जं. रेलवे स्टेशन के आसपास आते रहते हैं|