मथुरा। देशभर में इस वर्ष मनाए जा रहे काकोरी ट्रेन एक्शन शताब्दी समारोह के अंतर्गत संस्कृति विश्वविद्यालय में देश के विभाजन की विभीषिका पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्टी में वक्ताओं ने जहां देश के विभाजन की बारीकियों पर चर्चा की वहीं शिक्षा में भारतीयता तथा नागरिकों के चरित्र में राष्ट्रीयता की प्रधानता की आवश्यक पर बल दिया। ।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता, राष्ट्रीय सुरक्षा जागरण मंच के राष्ट्रीय महामंत्री डॉ. रजनीश कुमार त्यागी ने विभाजन की विभिषिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भारत का विभाजन केवल मजहबी कारणों से नहीं हुआ था बल्कि इसके पीछे विदेशी ताकतों की साजिश भी शामिल थी। उन्होंने ब्रिटेन की नीतियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि ब्रिटेन को डर था कि भारतीय सेना, जिसने द्वितीय विश्व युद्ध में अहम भूमिका निभाई थी, कहीं स्थल मार्ग से सीधे यूरोप में न प्रवेश कर जाए। इस आशंका से बचने के लिए पाकिस्तान का निर्माण एक दीवार के रूप में किया गया, ताकि भारतीय सेना की शक्ति को सीमित किया जा सके।
इसके बाद, डॉ. त्यागी ने प्रोफेसरों की राष्ट्रभक्ति में भूमिका पर भी विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि शिक्षक ही वे लोग हैं जो नई पीढ़ी के राष्ट्रभक्तों को तैयार करने में सक्षम हैं। उनके अनुसार, यदि शिक्षक अपनी भूमिका को सही ढंग से निभाएं, तो वे राष्ट्र के भविष्य को सशक्त बना सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्रभक्ति सभी के लिए नहीं होती; यह एक विशेष विचारधारा है जिसे समझने और अपनाने के लिए मुट्ठी भर लोग ही पर्याप्त होते हैं। इन चंद लोगों के समर्पण और संघर्ष से ही देश को आगे बढ़ाया जा सकता है। डॉ. त्यागी ने अपने संबोधन में चीन और पाकिस्तान की साजिशों का भी जिक्र किया। सेमिनार में विद्यार्थियों, शिक्षकों, और शोधकर्ताओं की बड़ी संख्या में उपस्थिति रही, जिन्होंने विभाजन विभीषिका और वर्तमान राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों पर गहन विचार किया। संस्कृति विश्वविद्यालय ने इस आयोजन के माध्यम से एक बार फिर यह साबित कर दिया कि वह न केवल शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी है, बल्कि राष्ट्रहित के मुद्दों पर भी जागरूकता फैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉ सचिन गुप्ता व सी ई ओ डा मीनाक्षी शर्मा ने काकोरी ट्रेन एक्शन करके स्वतंत्रता संग्राम में योगदान करने वाले महान शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर काकोरी ट्रेन एक्शन व भारत विभाजन विभिषिका पर लघु फिल्म के माध्यम से क्रांतिकारियों के कृतित्व पर सजीव चित्रण किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कैम्पस डायरेक्टर डा सियाराम पांडेय ने की। कार्यक्रम का संयोजन व संचालन डा पंकज गोस्वामी ने किया।
संस्कृति विश्वविद्यालय में विभाजन की विभीषिका पर मंथन
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