Tuesday, September 17, 2024
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संस्कृति विवि में आयुर्वेद में वैज्ञानिक लेखन, अनुसंधान सत्यनिष्ठा पर गंभीर चर्चा

  • तीन दिवसीय कार्यशाला का उद्घाटन

मथुरा। नेशनल कमीशन फार इंडियन सिस्टम आफ मेडिसन (एनसीआईएसएम) के सहयोग से संस्कृति आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज में आयुर्वेद के स्नातकोत्तर गाइडों के बीच वैज्ञानिक लेखन कौशल को बढ़ाने और अनुसंधान अखंडता को बढ़ावा देने पर केंद्रित तीन दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ हुआ।
कार्यशाला का उद्घाटन भारतीय चिकित्सा प्रणाली के चिकित्सा मूल्यांकन और रेटिंग बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. रघुराम भट्ट ने किया इस बोर्ड का गठन आयुर्वेदिक चिकित्सा के क्षेत्र में नैतिक प्रकाशन प्रथाओं को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। कार्यशाला में देश भर के विभिन्न आयुर्वेदिक संस्थानों के संकाय सदस्यों और स्नातकोत्तर गाइडों सहित 60 प्रतिभागी भाग ले रहे हैं।
मुख्य अतिथि डॉ. रघुराम भट्ट ने अकादमिक अनुसंधान में कठोर मानकों को बनाए रखने के महत्व पर जोर दिया और कहा कि आयुर्वेद में प्रकाशनों की विश्वसनीयता और गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए इस तरह की पहल महत्वपूर्ण है। इस कार्यक्रम में इंटरैक्टिव सत्र, पैनल चर्चा और व्यावहारिक अभ्यास भी शामिल थे, जिसका उद्देश्य प्रतिभागियों को प्रभावी वैज्ञानिक संचार के लिए व्यावहारिक अंतर्दृष्टि और उपकरणों से लैस करना था। कुलपति डॉ एम बी चेट्टी ने अपने अध्यक्षीय भाषण में आयुर्वेद के क्षेत्र में वैज्ञानिक अनुसंधान के महत्व का उल्लेख किया।
कार्यक्रम के दौरान आयोजकों द्वारा एनसीआईएसएम को उनके प्रायोजन के लिए आभार व्यक्त किया गया और वैज्ञानिक लेखन में उत्कृष्टता को बढ़ावा देने और आयुर्वेदिक अनुसंधान में नैतिक मानकों को बनाए रखने वाले भविष्य के कार्यक्रमों के आयोजन के लिए अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की। तीन दिवसीय इस कार्यशाला को इच्छुक शोधकर्ताओं के लिए आवश्यक विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला को कवर करने के लिए अनेक सत्रों में संरचित किया गया था, जिसमें अनुसंधान नैतिकता के सिद्धांत, पांडुलिपि तैयारी दिशानिर्देश और सहकर्मी-समीक्षा प्रक्रिया को नेविगेट करना शामिल था। कार्यक्रम के प्रारंभ में प्राचार्य डॉ. मोहनन एम ने सभा और मुख्य अतिथि का स्वागत किया। उन्होंने विश्वविद्यालय के बारे में परिचय दिया और कार्यशाला के दिशानिर्देशों की जानकारी दी।
उद्घाटन के दौरान विशेष रूप से संस्कृति विवि की सीईओ डॉ. मीनाक्षी शर्मा, एनसीआईएसएम से कार्यक्रम की समन्वयक डॉ. किरण तवलारे भी उपस्थित रहीं। डॉ. ईवी रेड्डी ने मुख्य अतिथि एवं अन्य प्रतिभागियों को धन्यवाद ज्ञापित किया।

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