मथुरा : जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा में “क्रिएटिविटी अनलेश दा माइंड” थीम पर में टेडएक्स जीएलएयू 2024” का मंच तैयार हो गया है। यह कार्यक्रम रचनात्मकता की परिवर्तनकारी शक्ति पर केंद्रित होगा, जिसमें विचारकों, नवप्रवर्तकों और रचनाकारों का एक विविध समूह अपने अनुभव साझा करेगा।
इस वर्ष का विषय है, “रचनात्मकता मन को उजागर करती है”। यह कार्यक्रम 13 सितंबर, शुक्रवार को आयोजित किया जाएगा। टेडएक्स जीएलएयू 2024 ने 9 प्रतिष्ठित वक्ताओं को आमंत्रित किया है, जिनमें से प्रत्येक की एक अनूठी कहानी और दृष्टिकोण है। मुख्य वक्ताओं में लाइफ कोच विमल डागा, आध्यात्मिक गायक गोविंद कृष्ण दास, पत्रकार रंजना सिंह राठौर, शिक्षाविद राहुल भार्गव, मेडिकल इनोवेटर डॉ. सार्थक बख्शी, आध्यात्मिक वक्ता इंद्रेश उपाध्याय, उद्यमी प्रतीक सिंघल, स्थिरता अग्रणी पल्लवी महाजन और फिनटेक इनोवेटर अनंत देशपांडे के विचार इस बात पर नए दृष्टिकोण प्रदान करेंगे कि रचनात्मकता ने उनके करियर और व्यक्तिगत यात्रा को कैसे आकार दिया है।
जीएलए इंक्यूबेशन सेंटर के अभिषेक गौतम एवं दीपक शर्मा द्वारा बताया गया कि इस वर्ष का विषय, “रचनात्मकता मन को उजागर करती है,” पारंपरिक सोच को चुनौती देने और प्रतिभागियों को यह समझने के लिए प्रेरित करने का लक्ष्य रखता है कि रचनात्मकता कैसे नए दृष्टिकोण, प्रगति और नवाचार की ओर ले जा सकती है। दर्शकों को इस बात पर संक्षिप्त लेकिन प्रभावशाली चर्चाओं के माध्यम से प्रेरित किया जाएगा कि रचनात्मकता कैसे प्रौद्योगिकी से लेकर सामाजिक परिवर्तन तक विभिन्न क्षेत्रों में बदलाव ला सकती है।
कोऑर्डिनेटर जितेन्द्र कुमार ने बताया कि “ट्रेडएक्स जीएलएयू 2024” के आयोजन में पूरी टीम प्रतिकुलपति प्रो. अनूप गुप्ता के निर्देशन में तैयारी में जुटी हुई है। पूरी कोशिश होगी कि जो भी कार्यक्रम में आयें उनसे विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को अधिक से अधिक सीखने और जानने को मिले। जिससे कि विद्यार्थी उस जानकारी को अपने अध्ययन में शामिल कर उसका पूर्ण रूप से निर्वहन कर सकें। उन्होंने बताया कि पहले टेडएक्स कार्यक्रम आयोजित हुए हैं, जिनमें देश के प्रख्यात वक्ताओं ने विद्यार्थियों को शैक्षणिक गतिविधियों को एवं कॉरपोरेट सेक्टर से जुड़ी तमाम जानकारियां प्रदान कीं। जिससे विद्यार्थियों को लाभ मिला।