Saturday, November 23, 2024
Homeडिवाइन (आध्यात्म की ओर)रंग महल रच्यौ पालना रानी कीरत कुवंरि झुलावें

रंग महल रच्यौ पालना रानी कीरत कुवंरि झुलावें

  • धूमधाम से बना बृषभानु दुलारी का छठी महोत्सव

रिपोर्ट राघव शर्मा

बरसानाः कीरत सुता के जन्मोत्सव के छह दिन बाद छठी महोत्सव में ब्रज के गोप व गोपियों ने बृषभान जी के महल में पहुंचकर लाली के छठी पूजन में मंगल गीत गाकर उसे आर्शीवाद दिया। इसी प्राचीन परम्परा को निर्वाहन करते हुए गुरुवार को राधारानी के निज महल व बृषभान मन्दिर में छठी महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
राधारानी की छठी महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन लाडली जी मन्दिर व बृषभान मन्दिर में किया गया। भाद्रसुदी की अष्टमी को जन्मीं बृषभान नंदनी के छह दिन बाद उनकी छठी बड़ी ही धूमधाम से पूजी गई। इस दौरान छठी है लली की री हैली आज पुजावति आरज गोपी री, मंगल गावहि गांव गांव से रि हैली फुलसी आवहिं। आजु बधाई है बरसाने सब लोक बगे सहदाने, कहत नंद बृषभानु रायसौं और बात को जानें। आजु भाईया ब्रजवासी हम सब तेरे ही हाथ बिकाने। या कन्या के आगे कोटिक बेटों को अगमानें, तेरे भले भलौ सब इन कौ आनंद कौन बखाने। रंग महल रच्यौ पालना रानी कीरत कुवंरि झुलावें आदि के पदों की प्रस्तुती की गई। करीब बारह बजे लाडली जी मन्दिर व बृषभान मन्दिर में बृषभान नंदनी की रिति रिवाजों के साथ छठी पूजन का कार्यक्रम किया गया। इस दौरान अष्टमी के दिन रखे गये सातिए को भी प्रिया कुण्ड में प्रवाहित किया गया। छठी पूजन के अवसर पर लाडली जी मन्दिर व बृषभान मन्दिर में ब्रह्मणों को भोजन कराया गया तथा श्रद्धालुओं को हलुआ प्रसाद वितरण किया गया। लाडली की छठी महोत्सव पर दोनों मन्दिर मंगल गीत के गुणगान से गूंजयमान हो गये। छठी महोत्सव के साथ ही लाडली जी मन्दिर में चल रहे बीस दिवसीय बधाई समाज गायन का भी समापन हो गया।

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