- जीएलए विश्वविद्यालय के हॉस्टल में मारपीट का फेक वीडियो फैलाने वाले दो लोगों के खिलाफ जीएलए ने नामजद दिया शिकायती पत्र
मथुरा। बीते दिन मथुरा-दिल्ली हाईवे, आंझई में स्थित निजी ‘लवी गर्ल्स हॉस्टल‘ में छात्रा के साथ हुई अभद्रता का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जो कि छात्रा के साथ मारपीट/अभद्रता का होना दर्शाया जा रहा है। इस अभद्रता/मारपीट की वीडियो से जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा का कोई संबंध दूर-दूर तक नहीं है। इस संबंध में जीएलए ने अपना अधिकारिक बयान जारी किया है।
थाना जैंत के अन्तर्गत एक ‘लवी गर्ल्स हॉस्टल‘ निजी हॉस्टल में हुई घटना के संबंध में जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा प्रशासन ने अपना अधिकारिक बयान जारी करते हुए तथा दो लोगों के खिलाफ नामजद शिकायती पत्र दिया है कि कुछ शरारती तत्वों द्वारा जीएलए विश्वविद्यालय से संबंधित एक झूठी और भ्रामक अफवाह फैलाई जा रही है। इन अफवाहों में दावा किया गया है कि जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा के छात्रावास में एक छात्रा के साथ मारपीट/अभद्रता की घटना हुई है। इस संबंध में विश्वविद्यालय ने स्पष्ट करते हुए कहा है कि यह घटना जीएलए विश्वविद्यालय के परिसर में नहीं हुई। जबकि यह घटना विश्वविद्यालय से बाहर एक (प्राइवेट) निजी ‘लवी गर्ल्स हॉस्टल‘ में हुई थी, जहां पीजी हॉस्टल की तरह छात्राएं निवास करती हैं। जिसका जीएलए विश्वविद्यालय से कोई संबंध नहीं है।
विदित रहे कि जिस छात्रा के साथ निजी हॉस्टल में यह घटना हुई उस छात्रा के द्वारा भी प्रथम सूचना रिपोर्ट थाना जैंत, मथुरा में हॉस्टल कर्मियों/संचालक के खिलाफ शिकायती प्रार्थना पत्र देकर विभिन्न धाराओं में रिपोर्ट दर्ज करायी जा चुकी है। इस संबंध में विभिन्न समाचार पत्रों में खबरें प्रमुखता से प्रकाशित हुई हैं।
जीएलए के कुलसचिव अशोक कुमार सिंह ने बताया कि जीएलए विश्वविद्यालय की छवि को धूमिल करने वाले दो लोग चौमुंहा निवासी विक्रम सैनी (इंस्टेंट न्यूज डॉट इन) तथा मथुरा के दीपक अग्रवाल (सर्राफा कमेटी वाट्सएप गु्रप) के खिलाफ थाना जैत, मथुरा में जांच हेतु शिकायती पत्र दिया गया है। इनके द्वारा इस तरह की अफवाहें जानबूझकर विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने और ब्लैकमेल करने के उद्देश्य से फैलाई जा रही है।
कुलसचिव ने कहा कि जीएलए छात्रों की सुरक्षा और कल्याण के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है और इस तरह के प्रयासों को जीएलए प्रशासन बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करेगा। आरोपित लोगों के खिलाफ पुलिस द्वारा कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है, ताकि दोषियों को उचित सजा दी जा सके।
जीएलए के कुलसचिव ने सभी से अनुरोध करते हुए कहा कि बिना सत्यापित जानकारी के किसी अफवाह पर विश्वास न करें और न ही इसे फैलाएं। केवल जीएलए विश्वविद्यालय के आधिकारिक चैनलों से प्राप्त जानकारी पर भरोसा करें। इसलिए हम सभी को मिलकर ऐसी नकारात्मक गतिविधियों का विरोध करना होगा, जो एक शैक्षणिक संस्थान की गरिमा को ठेस पहुंचाने का प्रयास कर रही हैं।