- जीएल बजाज की फ्रेशर्स पार्टी में छात्र-छात्राओं ने जमाया रंग
- मयंक-अवंतिका तथा यश-हिमानी चुने गए मिस-मिस्टर फ्रेशर
मथुरा। कठोर परिश्रम और सच्ची लगन से जीवन में हर लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। प्रत्येक विद्यार्थी को लक्ष्य छोटे-छोटे तय करना चाहिए तथा धीरे-धीरे बड़े लक्ष्य की तरफ बढ़ना चाहिए। इससे आसानी से कामयाबी पाई जा सकती है। यही सफलता का मूलमंत्र है। यह बातें बुधवार शाम जी.एल. बजाज ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस मथुरा में बीटेक तथा एमबीए फ्रेशर्स पार्टी आरम्भ-2024 में आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने नवागंतुक छात्र-छात्राओं को बताईं।
डॉ. अग्रवाल ने कहा कि विद्यार्थी जीवन में समय का बहुत महत्व होता है। समय प्रबंधन में निपुणता जिसे आ जाती है वह जीवन में आगे बढ़ता रहता है। विद्यार्थी जीवन में अच्छे गुरु का होना भी जरूरी है क्योंकि हम उसी के मार्गदर्शन में अपने लक्ष्य की ओर आगे बढ़ते हैं। डॉ. अग्रवाल ने छात्र-छात्राओं से अनुशासन में रहते हुए नियमित कक्षाओं में जाने का आह्वान किया तथा उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
मां सरस्वती की आराधना तथा श्रीगणेश वन्दना से शुरू हुई फ्रेशर्स पार्टी में बी.टेक और एमबीए प्रथम वर्ष के साथ-साथ द्वितीय वर्ष के छात्र-छात्राओं द्वारा रात आठ बजे तक नयनाभिराम सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति से हर किसी को मंत्रमुग्ध किया गया। छात्र-छात्राओं ने एकल डांस, सोलो सांग, शेरो-शायरी आदि से अपने गुरुजनों तथा साथियों का मनोरंजन किया। फ्रेशर्स पार्टी में जहां पश्चिमी धुनें बजीं वहीं छात्र-छात्राओं ने पंजाबी भांगड़ा, राजस्थानी नृत्य तथा गरबा पर जमकर धमाल मचाया। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण मिस्टर एण्ड मिस फ्रेशर्स कार्यक्रम रहा, जिसमें तीन राउंड हुए।
प्रथम राउंड रैम्पवॉक, द्वितीय राउंड टैलेंट तथा अंतिम राउंड में चयनित छात्र-छात्राओं से विविध ज्ञानवर्धक प्रश्न पूछे गए। अंत में निर्णायकों ने अंडर-ग्रेजुएट स्तर पर बीटेक के मयंक महावर तथा अवंतिका त्रिपाठी को क्रमशः मिस्टर और मिस फ्रेशर चुना। इसी कड़ी में पोस्ट-ग्रेजुएट स्तर पर एम.बी.ए. के यश गुप्ता तथा हिमानी खत्री को क्रमशः मिस्टर और मिस फ्रेशर चुना गया। संस्थान की निदेशक प्रो. (डॉ.) नीता अवस्थी ने मिस और मिस्टर फ्रेशर्स को स्मृति चिह्न भेंटकर उनका उत्साहवर्धन किया।
इस अवसर पर मिस और मिस्टर फ्रेशर चुने गए छात्र-छात्राओं ने अपने अनुभव साझा करते हुए विश्वास दिलाया कि वे अपनी लगन और मेहनत से संस्थान की गरिमा को चार चांद लगाएंगे। कार्यक्रम को अनुशासित तरीके से चलाने में कार्यक्रम संयोजक डॉ. शिखा गोविल, डॉ. राजीव सिंह आदि के साथ सभी शिक्षकों तथा कर्मचारियों का अहम योगदान रहा। कार्यक्रम के अंत में डॉ. शिखा गोविल ने सभी का आभार माना।