- पंद्रह हजार ब्रज भक्तों ने लिया यात्रा नियम
रिपोर्ट राघव शर्मा
बरसाना। मान मंदिर से प्रारंभ होने वाली राधा रानी वार्षिक ब्रजयात्रा मंगलवार को विधि पूर्वक रूप से प्रारंभ हुई। सभी यात्रियों ने माता जी गौशाला में नियम पूर्वक संकल्प लिया और उसके बाद तुंग विद्या सखी के गांव ढभाला जाकर दर्शन किए।
मान मंदिर के महंत संत रमेश बाबा के द्वारा प्रारंभ की गई राधा रानी वार्षिक यात्रा ने इस बार मंगलवार को नियम संकल्प लिया। करीब 15 हजार यात्री सुबह सात बजे माताजी गौशाला पहुंचे। जहां संत रमेश बाबा ने सबसे पहले मान बिहारी लाल जी और राधा स्वरूप कन्या का पूजन किया। उसके बाद आचार्य महेश चंद्र शास्त्री और सुरेश चंद्र शास्त्री ने सभी यात्रियों को यात्रा के नियमों का संकल्प दिलाया। इस मौके पर संत रमेश बाबा महाराज ने कहा कि ब्रज चौरासी कोस मंडल राधा माधव की नृत्य लीला भूमि है,यह आस्था के साथ दिव्य लीला स्थलियो,पर्वतों, मंदिरों, कुंड सरोवर के दर्शन करें इसे पर्यटन का क्षेत्र न समझे। नियम संकल्प लेने के बाद सभी यात्री ठाकुर जी के डोला के पीछे हरि नाम संकीर्तन करते हुए ढभाला गांव पहुंचे। जहां उन्होंने नौबारी चौबारी,श्याम शिला, रतन कुंड आदि के दर्शन किये। और फिर सभी लोग मस्ती में झूमते हुए अपने पड़ाव पर पहुंचे। भागवताचार्य भक्त शरण महाराज ने दैनिक सतसंग करते हुए सभी ब्रजयात्रियों को ब्रज महिमा सुनाते हुए प्रथम दिवस के दर्शनीयस्थलों का माहात्म्य बताया। यात्रा में प्रमुख रूप से संत रमेश बाबा के साथ राधाकांत शास्त्री नरसिंह दास महाराज, ब्रज दास सुनील सिंह, माधवी शरण, सज्जन शर्मा संजय सिंह आदि प्रमुख रूप से रहे।