रिपोर्ट राघव शर्मा
बरसाना। ब्रह्माचल पर्वत पर स्थित हैं चार गढ़।इन चारों गढ़ों पर राधा माधव की विभिन्न लीलाएँ हुई हैं ।आज इन्ही लीला स्थलियों का दर्शन राधा रानी ब्रज यात्रा के वैष्णवों ने किए और अपने को कृतार्थ किया।
यात्रा में साथ चल रहे मान मंदिर सेवा संस्थान के कार्यकारी अद्ध्यक्ष राधा कांत शास्त्री ने यात्रियों को संबोधित करते हुए बताया कि सर्व प्रथम आज यात्रा मान गढ़ (मान मंदिर)पर श्री राधा मान बिहारी लाल के दर्शन किए ।मान मंदिर पर राधा रानी रूठ कर बैठी हैं और श्याम सुंदर उनके चरणों में अपना मस्तक रख कर उन्हें मनाते हैं ।मान गढ़ के बाद भानु गढ़ जाकर राधा रानी के दर्शन किए ।मंदिर के सेवायत गोस्वामी आनन्दजी ने मानबिहारी लालजी का स्वागत किया ।बाबा नृसिंह दास ब्रज शरण दास राधा कान्त शास्त्री को श्रीजी की प्रसादी चूनरी उढ़ाई।मंदिर में कीर्तन भजन की धूम मची थी ।श्रीजी मंदिर से कुशल बिहारी मंदिर ,दान गढ़ ,मयूर कुटी ,सँकरी खोर, विलास गढ़ ,रसमंदिर दर्शन करते हुए यात्रा वापस पड़ाव स्थल पर पहुँची।
ब्रह्माजी ने 60000 वर्ष तपस्या की तो भगवान ने उन्हें बरसाना में पर्वत रूप प्रदान किया ।इसी पर्वत पर ब्रह्म जी के मुख के प्रतीक चार गढ़ हैं ।