- जीएलए के सेंटर फॉर ऑनलाइन एंड डिस्टेंस एजुकेशन ने आयोजित कराई दो दिवसीय कार्यशाला
मथुरा : जीएलए विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर ऑनलाइन एंड डिस्टेंस एजुकेशन द्वारा जीएलए ग्रेटर नोएडा ऑफ कैंपस में “मास्टरिंग द आर्ट ऑफ ऑनलाइन एजुकेशन“ विषय पर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का मुख्य ध्येय, उच्च शिक्षा में ऑनलाइन शिक्षा के संयोजन एवं संवर्धन संबंधित जानकारियां देना तथा विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर ऑनलाइन एंड डिस्टेंस एजुकेशन के शिक्षकों को ऑनलाइन शिक्षा की नवीनतम विधाओं में पारंगत करना था।
कार्यशाला की शुरुआत मुख्य अतिथि इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय के पूर्व निदेशक तथा प्रख्यात शिक्षाविद प्रो. संतोष पांडा एवं प्रो. ज्योत्सना दीक्षित, एडिशनल डायरेक्टर, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय, नई दिल्ली द्वारा दिए व्याख्यान में दूरस्थ एवं ऑनलाइन शिक्षा में जुडे़ छात्रों को पठन सामग्री, ऑनलाइन टूल्स तथा लर्निंग सिस्टम्स की गहन जानकारी दी गई।
तत्पश्चात कार्यशाला में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, चेन्नई के डा. सत्या सुंदर सेठी, किर्गिस्तान की अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञ वर्सेविया गुरा, भारतीय प्रबंध संस्थान काशीपुर के डा. बहरुल इस्लाम तथा बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के विशेषज्ञ डा. अभिजीत विश्वास ने ऑनलाइन शिक्षा के क्षेत्र में नवीनतम तकनीक के प्रयोग के संदर्भ में अपने-अपने व्याख्यान दिए। इसी क्रम में जीएलए विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर डिस्टेंस एंड ऑनलाइन एजुकेशन के एसोसिएट डायरेक्टर डा. पीयूष मित्तल तथा संस्थान की विषय-विशेषज्ञ डा. खुशबू श्रीवास्तव ने भी ऑनलाइन शिक्षा के क्षेत्र में सेल्फ अनुशासन, मोटिवेशन एंड स्टूडेंट ओरिएंटेड लर्निंग विषय पर अपने व्याख्यान दिए।
विदित रहे कि कार्यशाला को इंडियन काउंसिल फॉर सोशल साइंस रिसर्च, भारत सरकार, नई दिल्ली द्वारा स्पॉन्सरशिप भी प्रदान की गई। कार्यशाला में जीएलए विश्वविद्यालय सहित देश के अन्य कई संस्थानों के शिक्षकों ने भी सहभागिता की।
कार्यशाला के दौरान जीएलए विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर डिस्टेंस एंड ऑनलाइन एजुकेशन संस्थान के निदेशक प्रो. दिवाकर भारद्वाज ने बताया कि जीएलए विश्वविद्यालय ने ऑनलाइन एजुकेशन की शुरूआत जबसे की तभी से ऑनलाइन एजुकेशन में छात्रों का काफी रूझान देखने को मिला है। ऑनलाइन एजुकेशन के छात्रों को ऐसी शिक्षा प्रदान की जा रही है, जैसे उन्हें लग रहा है कि वह विश्वविद्यालय के क्लास रूमों में बैठकर अध्ययन कर रहे हैं।
इस मौके एसोसिएट डायरेक्टर प्रो. पीयूष मित्तल, असिस्टेंट डायरेक्टर डा. रोहित सिंह तोमर तथा सेमिनार की संयोजक डा. खुशबू श्रीवास्तव विशेष रूप से उपस्थित रहीं।