- जीएलए में आयोजित लीडरशिप समिट में उद्योग जगत के दिग्गजों ने अवसर और चुनौतियों पर विद्यार्थियों के साथ की चर्चा
मथुरा। जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा में प्रबंधन संकाय, कम्प्यूटर अभियांत्रिकी संकाय एवं विधि संकाय द्वारा इंडियन काउंसिल ऑफ़ सोशल साइंस रिसर्च, एनएचआरडीएन मथुरा चैप्टर व ट्रेनिंग प्लेसमेंट विभाग के विशेष सहयोग से ’लीडिंग द फ्यूचरः पावर ऑफ़ रीस्किलिंग एंड अपस्किलिंग’ विषय पर आधारित लीडरशिप समिट का आयोजन किया गया। समिट में देश-विदेश की नामी-गिरामी कंपनियों के उच्च पदस्थ अधिकारियों ने शिरकत की।
कार्यक्रम मां सरस्वती एवं जीएलए विश्वविद्यालय के प्रेरणास्त्रोत स्व. श्री गणेशीलाल अग्रवाल के चित्रपट के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित एवं माल्यार्पण संग हुआ। शुभारंभ सत्र में जीएलए के प्रतिकुलपति प्रो. अनूप कुमार गुप्ता ने स्वागत संबोधन देते हुए अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि आज का समय निरंतर कौशल विकास का है और यह समिट विद्यार्थियों, उद्योग जगत के विशेषज्ञों और शिक्षकों को एक साथ जोड़कर इस ओर अपना योगदान देगी।
विषय प्रवर्तन करते हुए प्रबंधन संकाय के निदेशक प्रो. अनुराग सिंह ने समिट के महत्त्व और अपेक्षाओं पर प्रकाश डाला। साथ ही उन्होंने जीएलए विश्वविद्यालय की अब तक की यात्रा को अतिथियों संग साझा किया।
समिट के विशिष्ट अतिथि पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं ऋषिहुड विश्विद्यालय के कुलाधिपति सुरेश प्रभु ने अपने वीडियो संदेश में कहा कि मथुरा नगरी की आध्यात्म और ज्ञान के क्षेत्र में एक विशेष पहचान है। उन्होंने प्रभु श्रीकृष्ण का उदाहरण देते हुए नेतृत्व और नेतृत्वकर्ता के महत्त्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि कोई भी कार्य अथवा कला-कौशल छोटी या बड़ी नहीं होती, उसका अभ्यास, सही उपयोग एवं समयानुसार अपग्रेडेशन जरूरी है। हमें निरंतर सीखने की एक संस्कृति विकसित करने की आवश्यकता है, ताकि हम बदलती परिस्थितियों के अनुरूप स्वयं को सशक्त बना सकें।
मुख्य अतिथि मारूति सुजुकी इंडिया के सीएचआरओ सलिल लाल ने मारुति सुजुकी का उदाहरण देते हुए प्रतिस्पर्धी बने रहने के लिए कर्मचारियों के कौशल उन्नयन के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने रीस्किलिंग के लिए उद्योग-आधारित दृष्टिकोण की वकालत की एवं इसमें शैक्षणिक संस्थानों की सक्रिय रूप से भागीदारी पर जोर दिया। अंत में उन्होंने उन्होंने कहा कि भविष्य तकनीकी प्रगति से आकार ले रहा है और ऐसे में संगठनों को सतत कौशल विकास का अपना पारिस्थितिकी तंत्र बनाना चाहिए।
विशिष्ट अतिथि मेरिडयन सॉल्यूशंस के सीईओ शंकर कंबम ने वर्तमान समय में आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस के माध्यम से कार्यस्थल पर आ रहे सकारात्मक बदलावों एवं चुनौतियों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी को अपनाने से हर क्षेत्र में विशेष अवसर भी बन रहे हैं, जिन्हें सतत कौशल विकास कार्यक्रमों के माध्यम से ही भुनाया जा सकता है। अंत में उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को भी एआई तकनीकों के सही प्रयोग पर ध्यान देना चाहिए और साथ ही कॉरपोरेट जगत के साथ बेहतर संबंध बनाने के प्रयास शुरू करने चाहिए। विशिष्ट अतिथि डीएलएफ साइबर सिटी डेवलपर्स के जनरल काउंसिल मनीष लांबा ने निरंतर सीखने का समर्थन करने वाले कानूनी ढांचे और आजीवन सीखने की संस्कृति को बढ़ावा देने के संगठनात्मक लाभों के बारे में जानकारी प्रदान की। उन्होंने उभरती प्रौद्योगिकियों को समायोजित करने के लिए कानूनी ढांचे में अनुकूलनशीलता पर जोर दिया एवं नियामक चुनौतियों पर बात करते हुए कानूनी और व्यावसायिक परिदृश्य में अनुपालन हेतु कौशल उन्नयन की आवश्यकताओं पर प्रकाश डाला।
मोबाइलपे ई-कॉमर्स के सीईओ समापन सत्र के मुख्य अतिथि श्रीकृष्ण चौधरी ने आयोजन की सराहना करते हुए समिट को समसामयिक बताया। उन्होंने कहा कि अपने मानव-संसाधन की रिस्क्लिंग और अपस्किलिंग को किसी भी संस्थान के प्रबंधन द्वारा एक अभिन्न अंग व सतत प्रक्रिया के तौर पर समायोजित किया जाना बेहद आवश्यक है। विशिष्ट अतिथि केपीएमजी के टेलेंट एक्वीजिशन हेड मीसल ने अपने संस्थान द्वारा कर्मचारियों रिस्किलिंग और अपस्किलिंग के लिए अपनाई गई प्रक्रियाओं की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बदलते तकनीकी परिवेश में अपने कौशल विकास पर ध्यान देना जरूरी है। टेली सॉल्यूशंस के सीएचआरओ डा. नागना गौडा एसजे ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग तकनीकों का सही उपयोग करने वाले प्रबंधक आज की दुनिया में सबसे प्रभावी साबित हो सकते हैं। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हम इन तकनीकों का उपयोग कर अपने कार्यबल को सशक्त बना सकें और नए बदलावों के लिए तैयार रहें।
शुभारंभ सत्र में धन्यवाद ज्ञापन इंस्टीट्यूट ऑफ लीगल स्टडीज एंड रिसर्च के डीन प्रो. सोमेश धमीजा व समापन सत्र में धन्यवाद ज्ञापन सीईए विभाग के डीन प्रो. अशोक भंसाली द्वारा दिया गया। उन्होंने कहा कि निरंतर शिक्षा और पेशेवर विकास न केवल व्यक्तिगत स्तर पर, बल्कि किसी भी संस्थान के समग्र विकास हेतु महत्वपूर्ण हैं। सभी प्रतिभागियों ने इस चर्चा से महत्वपूर्ण अंतर्दृष्टि प्राप्त की, जिससे नवाचार और परिवर्तन लाने में मदद मिलेगी।
समिट के सफल समापन पर जीएलए के सीईओ नीरज अग्रवाल, सीएफओ विवेक अग्रवाल एवं कुलसचिव अशोक कुमार सिंह ने आयोजन समिति के सभी सदस्यों के प्रयासों की सराहना की तथा आमंत्रित अतिथियों को धन्यवाद देने के साथ ही दीपावली की शुभकामनाएं दीं।
समिट में विधि, प्रबंधन एवं कंप्यूटर इंजीनियरिंग एंड एप्लीकेशन विभाग के विद्यार्थियों हेतु पेनल एवं राउंड टेबल डिस्कशन सत्रों का आयोजन किया गया। कम्प्यूटर संकाय के विद्यार्थियों द्वारा तैयार किए गए प्रोजेक्टों को आमंत्रित विशेषज्ञों के सामने प्रदर्शित किया गया, जिन्हें अतिथियों द्वारा सराहा गया एवं उनमें बेहतरी हेतु आवश्यक सलाह भी दी गई।
विभिन्न क्षेत्रों के आमंत्रित विषय विशेषज्ञों में कॉम्पटीशन कमीशन ऑफ इंडिया के निदेशक (विधि) डा. केडी सिंह, डीएसए लीगल के पार्टनर अनुर्य सबरबाल, इनोवा सॉल्यूशंस के लीगल हेड जयप्रकाश पांडे, एक्मे सोलर होल्ड़िंगस के वीपी एचआर नितिन पाल, माइक्रोसॉफ्ट से यूनिवर्सिटी रिकू्रटिंग रिलेशन इंडिया लीड मौ0 फहाद, सोमानी सरेमिकस के एचआर हेड अतिश भट्टाचार्य, एसएआर गु्रप ऑफ कंपनीज के जनरल काउंसिल प्रशांत अग्रवाल, सेंटर फॉर साइट के कंपनी सेक्रेटरी एवं लीगल हेड सतीश पांडे, एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स के सीनियर वीपी हेमेन्दु सिन्हा, इंजी इंडिया के जनरल काउंसिल पथिक अरोडा, केपीआईटी टेक्नोलॉजी से हेड कैंपस अबिनाश मोहपात्रा, वीवीडीएन टेक्नोलॉजी से सुबनेश शर्मा, इंफोगेन के सीएचआरओ राजीव नेथानी, सैप से एपीजेसी हेड टेलैंट एक्वीजीशन कमल स्टेफेन, टेक महिंद्रा के फ्रेशर हायरिंग एंड ट्रेनिंग हेड उमेश गंजाले हम्मूराबी एंड सोलोमन पार्टनर्स की ज्योति चौधरी, विष्णु मेहरा एंड कंपनी के पार्टनर करन मेहरा, एनएलयू दिल्ली की डा. सुशीला, लिनोवो इंडिया से सुजो जोसेफ, सोपरा बैंकिंग सॉफ्टवेयर के टेलैंट एक्वीजीशन अमित जौहरी, ऑरिएंट बेल से सुमित सलुजा, ब्लूपाई कंसल्टिंग की डायरेक्टर एचआर मोनिका मारवाह, एटलासिएन के टीए एंड साइट लीड वेंकटेश नीलम, आईओसीएल के डीजीएम दीप चंद वर्मा व सीनियर मैनेजर राम राज, पारेख इंटेग्रेटेड सर्विस के हेड एचआर बालासुब्रमण्यम सेतुरमन, अमंत्य टेक्नोलॉजी की वीपी एचआर टीए ममता यादव, फेरे टेक्नोलॉजी की एसोसिएट वाइस प्रेसीडेंट मोनिका पाराशर, सन फ्यूल इलेक्ट्रिक के फाउंडर सुधीर नायक, सोपरा स्टेरिया के हेड प्रभंजन प्रसून, गोल्ड स्टार ज्वेलरी वाइस प्रेसीडेंट सौम्या बडग्यान, कंतार एनालिटिक से तन्वी चतुर्वेदी, युबी के सीएचआरओ अभिषेक मेहरोत्रा, ब्लूव्हील्स से प्रणय प्रकाश, जेयू एग्री साइंसेस से शिवाजी सिंह, यंग माइंडस व वीमेन विद विंग्स की शैफाली संगल, क्रेडलवाइज से आशीष बंका, आरवी सॉल्यूशंस से भावना सचदेवा, मेगामेक्स गु्रप से राजेश सिंह, कुसुम हेल्थकेयर से अनिल त्यागी, आर्ट हाउसिंग फाइनेंस से अनिल साहनी, बिजस्ट्रीट से रिषभ कुमार, एनिक्स सिस्टम से निधि वाजपेयी एवं अमित मिश्रा, सेफएक्सप्रेस से विजय वशिष्ठ, जेनेक्स एनीमल हेल्थ से स्वाती गुप्ता, आरएनएफ टेक्नोलॉजी से गुंजन मिश्रा, वीईई टेक्नोलॉजी के सीएचआरओ भूपेन्द्र जोशी, विंडमोलर एंड होल्शर गु्रप के हेड एचआर भरत राना, पेंटर वाटर इंडिया हेड एचआर सुनील त्यागी, बिजीनेक्सट से लिपिका मोहंती, कोफोर्ज से अनीश जेन, क्लेरिऑन टेक्नोलॉजी से राजशेखर विश्वनाथन, मोबीलर से रिषी बंसल, एक्सपोरा से जेमिन शाह, एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक से सचिन शर्मा, सिंपल एनर्जी से श्रीनाथ, एनसीआर वोयीक्स से मोनिका सिंह ने अपने अनुभव एवं ज्ञान को विद्यार्थियों संग साझा किया।
इस अवसर पर जीएलए के प्रतिकुलपति प्रो. अनूप कुमार गुप्ता, प्रबंधन संकाय के निदेशक प्रो. अनुराग सिंह, विधि संकाय के डीन प्रो. सोमेश धमीजा, सीईए विभाग के डीन प्रो. अशोक भंसाली ने आमंत्रित अतिथियों को स्मृति चिन्ह् भेंटकर सम्मानित किया। समिट में बतौर मीडिया पार्टनर बिजनेस स्टेंडर्ड का सहयोग रहा।