रिपोर्ट – राघव शर्मा
बरसाना भांडीर वन से प्रातःकाल यात्रा ने प्रस्थान किया तो माँट के ब्रजवासी जो देर रात्रि सेही यात्रा के स्वागत की तैयारियाँ कर रहे थे उन्होंने यात्रियों को पुष्प वर्षा ,पुष्प मालाओं व दुपट्टों से सुसज्जित कर दिया । वहीं मार्ग को रंगोलियों से आव्छादित कर अपनी भावना का इज़हार किया।यात्रियों ने विहारी जी के दर्शन किए ।गाँव में ब्रज वासिओं को हरिनाम प्रभात फेरी के लिए राधा कान्त शास्त्री ने प्रेरित किया। और कहा कि भगवन्नाम से बड़ा कोई साधन लोक कल्याण का नहीं है ।
माँटसे नांचते गाते यात्री बेलवन पहुँचे और तपोलीन लक्ष्मी जी के दर्शन किए ।इस अवसर पर शास्त्री ने बताया कि ब्रज वसुंधरा की पावन रज देवताओं के लिये भी दुर्लभ है और उसी ब्रज रज की प्राप्ति की चाह में निरंतर तपस्या कर रहीं हैं ।कल यात्रा राधा रानी दर्शन करते हुए वृंदावन पहुँचेगी जहां दो दिन का प्रवास रहेगा