Saturday, November 23, 2024
Homeशिक्षा जगतजीएलए पॉलीटेक्निक का छात्र एशिया और इंडिया बुक रिकॉर्ड में दर्ज

जीएलए पॉलीटेक्निक का छात्र एशिया और इंडिया बुक रिकॉर्ड में दर्ज

  • पैरों से नहीं बल्कि हाथों से चलने का जीएलए के छात्र ने बनाया रिकॉर्ड

मथुरा : अक्सर सुना और देखा जाता है कि किसी व्यक्ति ने दौड़ में सफलता हासिल की है, लेकिन जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा के पॉलीटेक्निक संस्थान के केमिकल इंजीनियरिंग के छात्र ने हाथों से तेजी चलने का एक रिकॉर्ड दर्ज किया है। जिसे एशिया बुक रिकॉर्ड और इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड ने जगह दी है।

जीएलए डिप्लोमा केमिकल इंजीनियरिंग के छात्र मोहित कुमार प्रजापति ने पैर नहीं बल्कि हाथों से चलने का एक राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया है। छात्र ने हाथां से लगभग 30 सेकेंड में 80 कदम चलने का एक रिकॉर्ड दर्ज किया है। छात्र इस सफलता को एशिया और इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड ने दर्ज कर छात्र को प्रमाण-पत्र जारी किया है।

हाल ही में एशिया और इंडिया बुक में दर्ज हुए रिकॉर्ड के बारे में छात्र ने जानकारी देते हुए बताया कि पैरों को ऊपर कर हाथों से चलने की सीख के लिए उन्होंने कई दफा प्रेक्टिस की, जिसे करीब 5 वर्ष हो चुके हैं। प्रेक्ट्सि की वीडियो वह सोशल प्लेटफॉर्म पर शेयर करते रहे। सोशल प्लेटफॉर्म से जुडे़ लोगों ने भी इस काबिलियत को सराहा। इसके बाद एशिया और इंडिया बुक रिकॉर्ड ने भी इस मोहित कुमार प्रजापति नाम को जगह दी।

छात्र ने बताया कि हाथों से चलने में अब बिल्कुल गिरने का डर नहीं लगता। अब तो बहुत आसान हो गया है। हर दिन कई बार वह ऐसा करते हैं। छात्र हाथों से चलने का एक और नया रिकॉर्ड बनाने में जुट गया है। उनका मानना है कि जल्द ही गिनीज वर्ल्ड बुक रिकॉर्ड में नाम दर्ज होगा। यह भी एक बड़ी सफलता होगी।

छात्र द्वारा राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाने एवं एशिया और इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में नाम दर्ज होने पर पॉलीटेक्निक संस्थान के प्राचार्य डा. विकास शर्मा एवं डीन स्टूडेंट वेलफेयर विभाग के डीन हिमांशु शर्मा ने सम्मानित किया। सम्मान मिलने पर छात्र ने कहा कि यह सम्मान न केवल मेरे लिए गर्व का क्षण है, बल्कि मेरे जैसे युवाओं को अपनी क्षमताओं पर विश्वास करने और कठिन परिश्रम करने के लिए प्रेरित भी करता है। जीएलए यूनिवर्सिटी ने हमेशां छात्रों के समग्र विकास को प्राथमिकता दी है और इस सम्मान से और अधिक प्रोत्साहन मिला है कि भविष्य में भी अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए मेहनत की जाय।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments