- जीएलए मैकेनिकल विभाग और एसएमसी कॉरपोरेशन कंपनी ने छात्रों के लिए संयुक्त रूप से आयोजित किया जापानी एंडोड कोर्स
मथुरा : जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग एवं एसएमसी कॉरपोरेशन नोएडा द्वारा संयुक्त रूप से जापानी एंडोड कोर्स (जेईसी 24) आयोजन बेहद सफल और प्रभावशाली तरीके किया। कार्यक्रम के तीन चरणों में जीएलए के छात्रों को रोबोटिक्स, ऑटोमेशन और मेक्ट्रोनिक्स जैसी उन्नत तकनीकों से परिचित कराया और जापानी औद्योगिक प्रक्रियाओं के बारे में गहन जानकारी दी।
जेईसी आयोजन में एसएमसी कॉरपोरेशन के विशेषज्ञों ने छात्रों को व्यावहारिक प्रशिक्षण और उन्नत तकनीकी ज्ञान प्रदान किया, जो उनके भविष्य के करियर के लिए बेहद लाभकारी साबित होगा। पहले चरण में विशेषज्ञों ने जीएलए मैकेनिकल विभाग में 60 छात्रों को दो दिन तक प्रशिक्षण दिया। इस प्रशिक्षण में रोबोटिक्स, ऑटोमेशन और मेक्ट्रोनिक्स से संबंधित जापानी शब्दावली और नवीनतम तकनीकी अवधारणाओं पर जोर दिया गया। छात्रों ने उन्नत सेंसर तकनीक, रोबोटिक्स की कार्यप्रणाली और ऑटोमेशन सिस्टम्स की व्यावहारिक जानकारी हासिल की। इस दौरान छात्रों को नए जापानी तकनीकी मानकों और औद्योगिक प्रक्रियाओं से अवगत कराया गया, जिससे वे भविष्य के तकनीकी परिदृश्यों के लिए तैयार हो सकें।
दूसरे चरण में कॉरपोरेशन द्वारा छात्रों का मूल्यांकन किया गया, जिसमें उनकी तकनीकी दक्षता, सृजनात्मकता और समस्याओं को हल करने की क्षमता की जांच की गई। इस मूल्यांकन के आधार पर 60 छात्रों में से शीर्ष 20 छात्रों का चयन किया गया। इन 20 छात्रों में से 15 छात्र बीटेक मैकेनिकल इंजीनियरिंग से थे, 3 छात्र बीटेक इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग से थे और 2 छात्र बीटेक कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग से थे। यह चयन छात्रों की गहन तकनीकी समझ और औद्योगिक मांगों के अनुसार खुद को तैयार करने की क्षमता के आधार पर किया गया।
तीसरे और अंतिम चरण में चयनित 20 छात्रों को एसएमसी कॉरपोरेशन नोएडा में दो दिनों के लिए औद्योगिक यात्रा और उन्नत प्रशिक्षण के लिए ले जाया गया। इस चरण में छात्रों को सेंसर तकनीक और इंडस्ट्री 4.0 के अत्याधुनिक पहलुओं पर प्रशिक्षण दिया गया। औद्योगिक यात्रा के दौरान, छात्रों ने कॉरपोरेशन की उत्पादन इकाइयों और उनकी ऑटोमेशन प्रक्रियाओं को करीब से देखा और समझा। साथ ही उन्हें इंडस्ट्री 4.0 की अवधारणाओं, जैसे कि औद्योगिक इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईआईओटी), स्मार्ट मैन्युफैक्चरिंग, और डेटा ड्रिवन मेक्ट्रोनिक्स के बारे में जानकारी मिली। इस उन्नत प्रशिक्षण से छात्रों को वैश्विक औद्योगिक मानकों और जापानी औद्योगिक प्रथाओं के साथ तालमेल बैठाने का अनमोल अवसर मिला।
इस अवसर पर मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. पीयूष सिंघल ने छात्रों को बधाई दी और उनसे आग्रह किया कि वह औद्योगिक मांगों के अनुसार नई तकनीकों को अपनाएं। उन्होंने कहा कि छात्रों को तकनीकी नवाचारों को समझने और उन्हें अपनी शिक्षा में शामिल करने की जरूरत है, ताकि वे भविष्य में उद्योग में अपनी पहचान बना सकें।
अनुसंधान एवं विकास के डीन प्रो. कमल शर्मा ने भी छात्रों को बधाई दी और उन्हें प्रेरित किया कि वे इस कार्यक्रम में पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ भाग लें। उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रम शिक्षा और उद्योग के बीच एक सेतु का कार्य करते हैं, जो छात्रों को तकनीकी विशेषज्ञता के साथ-साथ औद्योगिक दृष्टिकोण भी प्रदान करते हैं।
इस कार्यक्रम का समन्वय डा. भरत सिंह एवं डा. बालाजी बी. द्वारा किया गया, जिन्होंने मथुरा से नोएडा तक छात्रों की यात्रा और प्रशिक्षण को सफलतापूर्वक संचालित किया। इनके सतत मार्गदर्शन और परिश्रम से यह कार्यक्रम बेहद सफल रहा और छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण अनुभव साबित हुआ।