- बैंकिंग क्षेत्र में करियर निर्माण की अपार सम्भावनाएं- ऐश्वर्या चौरसिया
मथुरा। डिजिटल क्रांति से बैंकिंग क्षेत्र को न केवल गति मिली है बल्कि युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी बढ़े हैं। आज की युवा पीढ़ी के लिए बैंकिंग इंडस्ट्री करियर का सर्वोत्तम विकल्प है। इस इंडस्ट्री में न केवल प्राइवेट बल्कि सरकारी जॉब्स के लिहाज से भी करियर के लिए शानदार स्कोप है। बैंकिंग और फाइनेंस की स्किल्स अगर है, तो आप इससे जुड़े कोर्स करके अपना शानदार करियर बना सकते हैं। यह बातें शुक्रवार को राजीव एकेडमी फॉर टेक्नोलॉजी एण्ड मैनेजमेंट के बीबीए विभाग द्वारा आयोजित गेस्ट लेक्चर में रिसोर्स परसन ऐश्वर्या चौरसिया असिस्टेंट मैनेजर आईसीआईसीआई बैंक ने छात्र-छात्राओं को बताईं।
रिसोर्स परसन ऐश्वर्या चौरसिया ने बताया कि अच्छी सैलरी की वजह से बैंकिंग सेक्टर युवाओं में काफी लोकप्रिय है। इस फील्ड के लिए अच्छी बात यह है कि इसमें आने के लिए जरूरी नहीं है कि कॉमर्स के ही छात्र-छात्राएं अपना करियर चुन सकते हैं बल्कि आर्स् तथा साइंस स्ट्रीम के विद्यार्थी भी बैंकिंग क्षेत्र में अपना करियर बना सकते हैं। बैंकिंग सेक्टर ट्रेण्ड्स एण्ड सर्विसेज अवेयरनेस पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि विद्यार्थी बैंकिंग क्षेत्र के बारे में ज्ञान और कौशल अर्जित कर स्वयं को रोजगार के लिए तैयार कर सकते हैं।
ऐश्वर्या चौरसिया ने छात्र-छात्राओं को डिजिटल बैंकिंग के नियमों और सावधानियों के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने विद्यार्थियों से अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि बिजनेस में बदल रही टेक्नोलॉजी तथा रिवॉल्यूशन के बाद भी केवल एक चीज है, जो हमेशा से स्थिर है, वह है बैंकिंग क्षेत्र में करियर। उन्होंने कहा कि बैंकिंग में आपके पास आकर्षक नौकरियों के कई विकल्प उपलब्ध हैं, जिनसे आपको उच्च वेतन और नौकरी की सुरक्षा प्राप्त होती है, लेकिन यदि आपको बैंकिंग में करियर की शुरुआत करनी है तो आपको फाइनेंस, इकोनॉमिक्स, बैंकिंग, कॉमर्स जैसे विषयों से अपनी बैचलर डिग्री पूर्ण करनी होगी तथा उसके बाद बैंक के एक्जाम्स क्रैक करने होंगे।
रिसोर्स परसन ने कहा कि अब वित्तीय सेवाओं के इस्तेमाल के तरीके बदले हैं जिससे राष्ट्रीय ग्रोथ बढ़ी है। उन्होंने कहा कि आज के नए दौर में बैंकिंग क्षेत्र का सम्पूर्ण रूप से डिजिटलाइजेशन हुआ है जिससे प्रबंधन की डिग्री हासिल करने के बाद विद्यार्थी अपना स्वर्णिम करियर बना सकते हैं। उन्होंने कहा कि दुनिया भर के बैंक ऐसे अभिनव तकनीकी समाधान लागू कर रहे हैं जो वित्तीय सेवाओं के तरीके चेंज कर रहे हैं। पारम्परिक बैंकिंग सेवाओं से लेकर मोबाइल बैंकिंग, भुगतान, आर्टिफिशियल इण्टेलीजेंसी और ब्लॉकचेन आधारित समाधानों के इस्तेमाल तक बैंकिंग क्षेत्र ग्राहकों और बाजार की तेजी से बदलती जरूरतों के हिसाब से खुद को ढाल रहा है।
अब कुछ नए रूझान बैंकिंग तकनीक पर हावी हैं। ऑनलाइन बैंकिंग प्रौद्योगिकी को सभी जानते हैं। बैंकिंग डिजिटल लेनदेन, प्रौद्योगिकी व्यय, प्रौद्योगिकी रोजगार, फिनटेक विक्रेताओं का उपयोग, बैंकिंग उद्योग में हाइपर पर्सनलाइजेशन, सम्पूर्ण बैंकिंग उद्योग में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (ए.आई.), ओपन बैंकिंग, कम कोड या ना कोड प्लेटफॉर्म, बैंकिंग में डिजिटल सुरक्षा प्रणाली, बैंकिंग में रेगटेक, रोबोटिक प्रोसेस आटोमेशन, ब्लॉकचेन, इण्टरनेट ऑफ थिंग्स आदि का बराबर उपयोग हो रहा है। आज के युवा बैंकिंग सेवाओं की अत्याधुनिक कार्यप्रणाली को समझ कर इस क्षेत्र में आगे बढ़ सकते हैं। अंत में संस्थान के निदेशक डॉ. अमर कुमार सक्सेना ने रिसोर्स परसन ऐश्वर्या चौरसिया का आभार माना।