- इलेक्ट्रिक व्हीकल में आग लगने की समस्या का सुलझाने का विचार जीएलए के छात्रों ने किया साझा, पेटेंट हुआ पब्लिश
मथुरा : अक्सर देखा जाता है कि ईवी वाहनों में बैटरी का तापमान अधिक होने के कारण आग लग जाती है। ऐसी कई घटनाएं सामने भी आयी हैं। ऐसी समस्याओं के मद्देनजर जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर और छात्रों ने एक नई तकनीक का विचार पेश किया है, जिससे कहीं हद तक घटनाएं कम होंगी। छात्रों के विचार का पेटेंट पब्लिश हो चुका है।
जीएलए विश्वविद्यालय में मैकेनिकल विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. पीयूष सिंघल के दिशा-निर्देशन में छात्र अस्तित्व दुबे, यश अग्रवाल, लक्ष्मण सिंह ने एक ऐसी तकनीक विकसित करने का शानदार विचार पेश किया, जिसमें वाहन यात्रियों को इलेक्ट्रिक वाहन का बैटरी तापमान सेंसर के माध्यम बताया जा सकता है और इलेक्ट्रिक वाहन की बैटरी के अधिक गर्म होने की स्थिति में वाहन की बैटरी को ठंडा करने के लिए कूलिंग सिस्टम को सक्रिय किया जा सकता है। इससे वाहन में सवार यात्रियों की जान बचाई जा सकती है और बैटरी की लाइफ बढ़ाई जा सकती है।
प्रो. पीयूष सिंघल ने बताया कि ऑटोमोबाइल उद्योग के इस नए युग में इलेक्ट्रिक वाहन का युग है, जो इस बदलती दुनियां और पर्यावरणीय स्थिति में कुशल और प्रभावी है, लेकिन इलेक्ट्रिक वाहन अभी भी विकासशील चरण में हैं। इन वाहनों में ऐसी घटनाएं सामने आयी हैं, जिसमें बैटरी के ज्यादा गर्म होने के कारण कभी-कभी आग लग जाती है या धुंआ निकलने लग जाता है। इन वाहनों के प्रभावी उपयोग के लिए छात्रों ने एक ऐसी प्रणाली का विचार पेश किया है, जो एक तापमान सेंसर का उपयोग करके इलेक्ट्रिक वाहन की बैटरी के वास्तविक समय के तापमान को इंगित कर सकती है।
इस तकनीक के अन्तर्गत तीन अलग-अलग एलईडी बल्बों के माध्यम से बैटरी तापमान सीमा को इंगित करेगा। हरा एलईडी बल्ब 10 डिग्री सेल्सियस से 40 डिग्री सेल्सियस के बीच का तापमान है। पीला एलईडी बल्ब इंगित करेगा कि बैटरी का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से 80 डिग्री सेल्सियस के बीच है और लाल एलईडी बल्ब इंगित करेगा कि बैटरी का तापमान 80 डिग्री सेल्सियस और उससे अधिक है। हरी एलईडी इंगित करेगी कि बैटरी इष्टतम स्थिति में है। यह बल्ब वाहन में मीटर के पास होंगे। जब तापमान 40 से 80 के बीच होगा तो पूर्व शीतलन प्रणाली सक्रिय हो जायेगी और बैटरी के तापमान को इष्टतम स्थिति में बनाए रखने का प्रयास करेगी, जो कि 10 से 40 डिग्री सेल्सियस है।
छात्र यश अग्रवाल ने बताया कि जब लाल एलईडी बल्ब संकेत देना शुरू कर दे तो इसका मतलब है कि तकनीकी सहायता की आवश्यकता है और जो व्यक्ति वाहन में यात्रा कर रहे हैं वह वाहन से बाहर निकलें, जिससे यदि वाहन में आग लग जाए तो व्यक्ति की जान बच जाये।
डीन रिसर्च प्रो. कमल शर्मा ने बताया कि सब कुछ ठीक रहा तो छात्रों द्वारा सुझायी गयी तकनीक ईवी के लिए काफी फायदेमंद साबित होगी। इसका विचार पब्लिश होने के बाद इस पर कार्य किया जायेगा और पेटेंट ग्रांट के लिए फाइल की जायेगी।