Friday, November 15, 2024
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आरआईएस के नौनिहालों ने जंगल सफारी कॉर्निवल का उठाया लुत्फ

  • बाल दिवस पर चाचा नेहरू के कृतित्व और व्यक्तित्व को किया याद

मथुरा। बच्चों की भोली-भाली दुनिया और उनके रंगीन सपनों को शानदार मंच देने के लिए राजीव इंटरनेशनल स्कूल में गुरुवार को भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की जयंती बाल दिवस के रूप में मनाई गई। वर्ष के सबसे बड़े फन फेयर जंगल सफारी कॉर्निवल में छात्र-छात्राओं की बहुआयामी प्रतिभा देखने को मिली। बच्चों की इस अनोखी दुनिया का अभिभावकों और शिक्षकों ने भी जमकर लुत्फ उठाया। फन फेयर जंगल सफारी कॉर्निवल का शुभारम्भ डॉ. देवेंद्र पाठक प्रिंसिपल एंड डायरेक्टर राजीव एकेडमी फॉर फार्मेसी ने केक काटकर किया।
बाल दिवस एक सामान्य दिन नहीं बल्कि विशेष दिन है, क्योंकि इसी दिन पंडित जवाहर लाल नेहरू का इस धरती पर अवतरण हुआ था। बच्चे चाचा नेहरू को बहुत प्यारे थे, इसीलिए इसे बाल दिवस के रूप में प्रतिवर्ष मनाया जाता है। गुरुवार को सुबह से ही राजीव इंटरनेशनल स्कूल का वातावरण उल्लासमय रहा। बाल दिवस के उपलक्ष्य में स्कूल परिसर में ही जंगल सफारी कॉर्निवल का आयोजन किया गया जिसमें बच्चे ही नहीं अभिभावक भी शामिल हुए।
बाल मेले को आकर्षक और मनोरंजक बनाने के लिए छात्र-छात्राओं ने अपने माता-पिता के साथ मिलकर विभिन्न प्रकार की स्टाल्स लगाईं। बाल मेले में हुए मनोरंजक खेल जहां लोगों में कौतूहल पैदा कर रहे थे वहीं नेल आर्ट, निशानेबाजी, वस्त्र परिधान,आर्टिफिशियल ज्वेलरी विभिन्न प्रकार के फूड आइटम आदि की स्टॉल्स ने लोगों को खूब ललचाया। मेले में आए लोगों ने विभिन्न प्रकार के झूलों तथा सांस्कृतिक कार्यक्रमों का जहां आनंद लिया वहीं बच्चों द्वारा बनाई गई आर्ट एंड क्राफ्ट की वस्तुओं एवं पेंटिंग्स की जमकर सराहना की। इतना ही नहीं मेले में आये लोगों ने कॉर्निवल में लगे विभिन्न स्टॉल्स से खरीददारी भी की।
मुख्य अतिथि डॉ. मनेष लाहौरी डीन एंड प्रिंसिपल के.डी. डेंटल कॉलेज तथा डॉ. देवेंद्र पाठक प्रिंसिपल एंड डायरेक्टर राजीव फार्मेसी ने बच्चों के खूबसूरत बाल मेले की मुक्तकंठ से प्रशंसा करते हुए सभी का उत्साहवर्धन किया। आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने अपने संदेश में कहा कि यह दिन बच्चों की मासूमियत, खुशियों और उनके उज्ज्वल भविष्य की ओर हमारा ध्यान आकर्षित करता है। बाल दिवस पर न केवल बच्चों के प्रति समाज की जिम्मेदारियों की याद दिलाई जाती है बल्कि इस दिन को उनके सपनों और आकांक्षाओं को संजोने के संकल्प के रूप में भी देखा जाता है।
प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल ने अपने संदेश में कहा कि ऐसे कार्यक्रम बच्चों को अपने बचपन के अनमोल क्षणों की ओर प्रेरित करते हैं। श्री अग्रवाल ने कहा कि शिक्षा के साथ-साथ इस तरह के मनोरंजक आयोजनों से छात्र-छात्राओं में भाईचारे की भावना पैदा होती है। यह फन फेयर विद्यार्थियों के लिए आयोजित किया गया था लेकिन अभिभावकों ने जिस तरह इसमें सहभागिता की उससे बाल मेले के आयोजन की सार्थकता ही सिद्ध हुई है। विद्यालय की शैक्षिक संयोजिका प्रिया मदान ने फन फेयर जंगल सफारी कॉर्निवल की सफलता के लिए शिक्षकों, छात्र-छात्राओं तथा अभिभावकों का आभार माना। कार्यक्रम के अंत में लकी ड्रा निकाला गया तथा विजेता छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत किया गया।

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