मथुरा। संस्कृति विश्वविद्यालय में स्कूल ऑफ मेडिकल एंड अलाइड साइंसेज द्वारा आयोजित विश्व रेडियोग्राफी दिवस पर रेडियोलाजी पर इस क्षेत्र में प्रगति को लेकर विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। विश्वविद्यालय के सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम में स्वास्थ्य की आधुनिक देखभाल में रेडियोलॉजिकल विज्ञान के महत्व पर प्रकाश डालने के लिए छात्रों, शिक्षकों की एक व्याख्यान प्रतियोगिता हुई।
कार्यक्रम की शुरुआत रेडियोलॉजिकल इमेजिंग तकनीक विभाग (आरआईटी) में सहायक प्रोफेसर सुश्री नंदिनी व्यास के स्वागत भाषण के साथ हुई। प्रो. नंदनी ने कार्यक्रम की रूपरेखा और विषय संबधी जानकारी दी। उद्घाटन भाषण के बाद मात्रामापी (डोसिमेट्री) में हालिया प्रगति पर सहायक प्रोफेसर आरआईटी नीतीश वर्मा ने श्रोताओं को विकिरण माप और सुरक्षा में अत्याधुनिक अंतर्दृष्टि के महत्वपूर्ण जानकारियां दीं।
कार्यक्रम के दौरान स्टूडेंट वेलफेयर विभाग के डीन डी. एस. तोमर ने मौलिक ज्ञान में पेशेवर अभ्यास को आधार बनाने के महत्व पर जोर दिया और छात्रों से अपने संबंधित क्षेत्रों की जड़ों से जुड़े रहने का आग्रह किया। उन्होंने विभिन्न स्वास्थ्य देखभाल विषयों के बीच सहयोग और साझा सीख के मूल्य पर प्रकाश डाला। सहायक डीएसडब्लू डॉ. पी.के. उपाध्याय ने उन चक्रों के बारे में बताया जो हमारे शरीर को जोड़ते हैं और जिनका बहुत गहरा अर्थ है। साथ ही उन्होंने सभी स्वास्थ्य देखभाल व्यवसायों के अंतर्संबंध पर बात करते हुए इस बात पर जोर दिया कि प्रत्येक पेशा वैज्ञानिक ज्ञान को आगे बढ़ाने और व्यापक रोगी प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
कॉलेज ऑफ एलाइड एजुकेशन एंड हेल्थ साइंसेज मेरठ के सहायक प्रोफेसर वीरेंद्र कुमार मौर्य इस कार्यक्रम में आनलाइन शामिल हुए। उन्होंने बीएससी रेडियोलॉजिकल इमेजिंग तकनीक के विषय पर व्याख्यान दिया। । उन्होंने रेडियोलॉजी में कैरियर के अवसरों, डायग्नोस्टिक्स में रेडियोलॉजिकल इमेजिंग के महत्व और क्षेत्र में कुशल पेशेवरों की बढ़ती आवश्यकता पर बहुमूल्य जानकारी प्रदान की।
संस्कृति यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार मनीष मिश्रा, नर्सिंग स्कूल के प्राचार्य डॉ. केके पाराशर, फिजियोथैरेपी विभागाध्यक्ष डॉ. आशीष चौहान, फिजियोथेरेपी के डॉ. गौरव सरवांग, रेडियोलॉजिकल इमेजिंग तकनीक के एचओडी जगदीश सर, ऑप्टोमेट्री के कार्यक्रम समन्वयक हर्ष ठाकुर और कार्यक्रम की संयोजिका सुश्री नंदिनी व्यास सहित स्कूल ऑफ मेडिकल एंड एलाइड साइंसेज के संकाय सदस्य ने विचार व्यक्त किए। योगेश कौशिक, ऋषभ दुबे, और डॉ. कौशलेंद्र सिंह ने भी इस कार्यक्रम में भाग लिया और इसकी सफलता में योगदान दिया।
शैक्षणिक सत्रों के अलावा मौखिक और पोस्टर प्रतियोगिताएँ भी हुईं। मौखिक प्रतियोगिता में बी.एससी. रेडियोलॉजिकल इमेजिंग तकनीक तृतीय सेमेस्टर की छात्रा अंजली शर्मा ने प्रथम, बी.एससी. रेडियोलॉजिकल इमेजिंग तकनीक सेमेस्टर की छात्रा प्रिया ने द्वितीय तथा बी.एससी. रेडियोलॉजिकल इमेजिंग तकनीक तृतीय सेमेस्टर की छात्रा माहिरा सिद्दीकी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। वहीं पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में छात्रा वंशिका ने प्रथम, खुशी शाक्य एवं प्रशांत चौहान ने द्वितीय तथा छात्रा रिद्दी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
कार्यक्रम का समापन रेडियोलॉजिकल इमेजिंग तकनीक के एचओडी डॉ. गौरव सरवांग के धन्यवाद प्रस्ताव के साथ हुआ।