Thursday, December 19, 2024
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स्वस्थ जीवन के लिए स्वच्छ हवा, हरी-भरी धरती जरूरी

  • जीएल बजाज में प्रदूषण मुक्त पर्यावरण पर हुई पोस्टर प्रतियोगिता

मथुरा। आज के समय में दस में से नौ लोग प्रदूषित हवा में सांस ले रहे हैं। प्रदूषण किसी एक राष्ट्र नहीं बल्कि समूची दुनिया की समस्या है। प्रदूषण के चलते हर साल अनुमानतः सात मिलियन लोग असमय मृत्यु का शिकार हो रहे हैं। यह बातें जीएल बजाज ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस मथुरा की निदेशक प्रो. नीता अवस्थी ने राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस पर छात्र-छात्राओं को बताईं।
राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस पर जीएल बजाज ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस, मथुरा के एनवायरमेंट क्लब और इंस्टीट्यूशन इनोवेशन काउंसिल (आईआईसी) के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित पोस्टर प्रतियोगिता में छात्र-छात्राओं ने अपनी कलात्मक प्रतिभा तथा पर्यावरण को स्वच्छ और हरित बनाने के अपने अभिनव विचार प्रस्तुत किए। इस साल राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस की थीम स्वच्छ वायु, हरित पृथ्वी रही। प्रतियोगिता शुभारम्भ से पूर्व निदेशक ने कहा कि स्वच्छ वायु, हरित पृथ्वी थीम हमारी हवा, पानी और मिट्टी को प्रभावित करने वाले प्रदूषकों को कम करने के लिए पर्यावरण के अनुकूल प्रथाओं को अपनाने पर बल देती है।
प्रो. अवस्थी ने छात्र छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि स्वस्थ भविष्य के लिए स्वच्छ हवा और हरी-भरी धरती जरूरी है। उन्होंने कहा कि लोगों के अन्दर जागरूकता पैदा कर ही धरती को प्रदूषण से बचाया जा सकता है। उन्होंने नवीनीकरण ऊर्जा स्रोतों का अधिक से अधिक प्रयोग करने, वृहद वृक्षारोपण और सफाई अभियान जैसे तरीकों पर बल देते हुए कहा कि बिना जागरूकता हम धरती को प्रदूषण मुक्त नहीं बना सकते।
कार्यक्रम के समन्वयक तथा एनवायरमेंट क्लब के संयोजक सतेन्द्र कुमार ने कहा कि कई सामाजिक बुराइयों की तरह वायु प्रदूषण वैश्विक असमानताओं को दर्शाता है। गरीबी लोगों को कारखानों और राजमार्गों जैसे प्रदूषण के स्रोतों के करीब रहने को मजबूर करती है। हमारे स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाने वाला प्रदूषण जलवायु संकट को भी बढ़ावा दे रहा है। उन्होंने कहा कि सभी देश वायु गुणवत्ता में सुधार कर, जीवाश्म ईंधन के बजाय नवीन ऊर्जा स्रोतों पर निवेश कर तथा शून्य उत्सर्जन वाले वाहनों को अपना कर हम दुनिया को प्रदूषण मुक्त कर सकते हैं।
अतिथियों के उद्बोधन के बाद छात्र-छात्राओं के बीच पोस्टर प्रतियोगिता हुई। पोस्टर्स का मूल्यांकन निर्णायक मंडल में शामिल डॉ. उदयवीर सिंह और तान्या श्रीवास्तव ने किया। निर्णायकों ने प्रिया गुप्ता के पोस्टर को प्रथम तथा प्रियांशी सारस्वत के पोस्टर को दूसरा स्थान प्रदान किया। दोनों विजेताओं को उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित डॉ. रामवीर सिंह सेंगर, विवेक भारद्वाज और स्तुति गौतम आदि ने छात्र-छात्राओं का उत्साहवर्धन किया।

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