Sunday, January 5, 2025
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छात्र-छात्राएं अपने ज्ञान में सद्गुणों के निर्माण पर जोर दें

  • जीएल बजाज में हुई सार्वभौमिक मानव मूल्यों पर कार्यशाला
  • दैनिक जीवन में नैतिक मूल्य विषय पर नाटक का मंचन

मथुरा। जीएल बजाज ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस मथुरा में शुक्रवार को शिक्षा के साथ समाज में नैतिक मूल्यों को बढ़ावा देने के लिए अनुप्रयुक्त विज्ञान और मानविकी विभाग द्वारा उन्नत भारत अभियान (यूबीए) के साथ संस्थान की नवाचार परिषद (आईआईसी) के सहयोग से एक कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें छात्र-छात्राओं को सार्वभौमिक मानव मूल्यों से अवगत कराया गया। कार्यशाला का शुभारम्भ जीएल बजाज की निदेशक प्रो. नीता अवस्थी तथा विशिष्ट वक्ता डॉ. अजय उपाध्याय द्वारा मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया गया।
एक बेहतर दुनिया के लिए मूल्य एक मानव-केन्द्रित नैतिकता विषय पर विशिष्ट वक्ता डॉ. अजय उपाध्याय ने कहा कि मूल्य और नैतिकता किसी भी समाज या राष्ट्र के विकास का सही परिप्रेक्ष्य प्रस्तुत करते हैं। नैतिकता एक राष्ट्र, एक धर्म, एक जलवायु और एक दर्शन की सम्पत्ति नहीं बल्कि दुनिया भर के मनुष्यों के कल्याण से सम्बन्धित है। उन्होंने छात्र-छात्राओं का आह्वान किया कि वे अपने ज्ञान में सद्गुणों के निर्माण पर जोर दें क्योंकि गुणों के बिना न केवल ज्ञान बेकार है बल्कि वह समाज के लिए विनाशकारी भी है। उन्होंने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं कि मूल्य और नैतिक आधारित समाज के लिए आध्यात्मिक चिकित्सा की आवश्यकता होती है और इस आवश्यकता को शिक्षा के माध्यम से ही काफी हद तक पूरा किया जा सकता है।
कार्यशाला में छात्र-छात्राओं को स्क्रिप्ट प्रदर्शन एवं वृत्तचित्र के माध्यम से यूएचवी यानी सार्वभौमिक मानव मूल्यों को विस्तार से समझाया गया। इतना ही नहीं छात्र-छात्राओं को कई गतिविधियों के माध्यम से विभिन्न क्षेत्रों में यूएचवी के महत्व और अनुप्रयोगों का पता लगाने, सद्भाव विकसित करने तथा आलोचनात्मक सोच को बढ़ावा देने के लिए भी प्रोत्साहित किया गया। विशिष्ट वक्ता डॉ. अजय उपाध्याय ने छात्र-छात्राओं के साथ सार्वभौमिक मानवीय मूल्यों पर अपने व्यावहारिक दृष्टिकोण को साझा करने के साथ ही उनमें दैनिक जीवन में नैतिक मूल्यों को अपनाने के लिए जोश और जुनून भी जगाया।
कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों के एक समूह ने हमारे दैनिक जीवन में नैतिक मूल्य विषय पर एक नाटक प्रस्तुत किया। एक डॉक्यूमेंट्री भी दिखाई गई, जिसमें यूएचवी के साथ नैतिक मूल्य गतिविधि के कुछ वास्तविक जीवन के उदाहरण दिखाए गए। इसके बाद निदेशक प्रो. नीता अवस्थी ने आज की दुनिया में यूएचवी आवश्यकताओं की प्रासंगिकता पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने विद्यार्थियों को समाज में सद्भाव विकसित करने के लिए यूएचवी के साथ अपने नैतिक कर्तव्यों को दैनिक जीवन में अपनाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने विशिष्ट वक्ता का स्वागत करते हुए प्रतिभागी छात्र-छात्राओं को मोमेंटो और प्रमाण-पत्र प्रदान किए।
कार्यक्रम के अंत में अनुप्रयुक्त विज्ञान एवं मानविकी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. राजेश कुमार देवलिया ने प्रतिभागियों के उत्साह की सराहना की तथा उन्हें यूएचवी गतिविधियों को जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया। कार्यक्रम का कुशल समन्वय इंजीनियर विवेक मिश्रा, डॉ. प्रवीण कुमार अग्रवाल तथा इंजीनियर बृजेश कुमार उमर ने किया।

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