- 24 दिवसीय वुमेन इण्टरप्रिन्योरशिप डेवलपमेंट प्रोग्राम
- भारत सरकार के उद्योग मंत्रालय की अभिनव पहल
मथुरा। महिला उद्यमिता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से राजीव एकेडमी फॉर टेक्नोलॉजी एण्ड मैनेजमेंट में भारत सरकार के उद्योग मंत्रालय द्वारा चलाए जा रहे 24 दिवसीय इण्टरप्रिन्योरशिप डेवलपमेंट प्रोग्राम में छात्राओं को उद्यमिता की गूढ़ बातें बताई जा रही हैं। रिसोर्स परसन विभव दुआ और सौरभ सातिया ने छात्राओं को बताया कि उद्योग के क्षेत्र में सफल होने के लिए मूलभूत आवश्यकता अपनी रुचि अनुरूप इकाई का चयन और उसे कार्यरूप दिया जाना होता है।
नेशनल इन्स्टीट्यूट फॉर इण्टरप्रिन्योरशिप एण्ड स्माल बिजनेस डेवलपमेंट द्वारा आयोजित कार्यक्रम में न केवल महिला उद्यमिता को प्रोत्साहित किया जा रहा है बल्कि छात्राओं की स्किल विकास हेतु तरह-तरह के टिप्स भी बताए जा रहे हैं। आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने कहा कि यह 24 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम युवा महिला उद्यमियों के लिए महत्वपूर्ण अवसर है। छात्राएं तथा महिलाएं सैद्धांतिक पढ़ाई के बाद उद्यमी बनकर कई प्रकार की चुनौतियों का सामना करती हैं। ऐसे में उद्यम शुरू करने से पहले या उद्यम को विकसित करने के लिए यदि आवश्यक टिप्स मिल जाएं तो इससे समय के साथ धन का अपव्यय भी नहीं होता। डॉ. अग्रवाल ने कहा कि वर्तमान में महिला उद्यमियों के लिए अपार अवसर हैं। प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना और मुद्रा योजना ऐसी ही योजनाएं हैं, जिनमें कम पूंजी में उद्योगों की सफल स्थापना की जा सकती है।
डॉ. अग्रवाल ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी चाहते हैं कि भारत की बेटियाँ, भारत की महिलाएं, पुरुषों की उद्यमिता भागीदारी में अधिक से अधिक प्रतिभाग करते हुए स्वयं के निजी उद्योग स्थापित कर देश की इकानॉमी को शिखर तक पहुंचाने का कार्य करें। रिसोर्स परसन विभव दुआ ट्रेनर (एनआईईएसबीयूडी) ने कहा कि यह स्किल डेवलपमेंट संस्था स्किल डेवलपमेंट मंत्रालय भारत सरकार के अंतर्गत कार्य करती है जिसके बैनर तले स्किल डेवलपमेंट के क्षेत्र में नई-नई तकनीकों के रिसर्च बताए जाते हैं। इतना ही नहीं विभिन्न इंस्टीट्यूटों में छात्राओं को ट्रेनिंग के साथ नए नए टिप्स दिए जाते हैं।
निसवार्ड गवर्नमेंट ऑफ इडिया अंडरटेकिंग से आये ट्रेनर सौरभ सातिया ने कहा कि नए उद्यमियों और स्वयं का उद्यम खड़ा करने वाली युवा महिला उद्यमियों के लिए भारत सरकार के उद्यमिता मंत्रालय द्वारा समय-समय पर दी जा रही ट्रेनिंग बहुत बड़ा प्रयास है। इस कार्यक्रम के माध्यम से आपको नए समय (आज) के हिसाब से जो टिप्स मिल रहे हैं, वे भविष्य में आपको नया उद्यम शुरू करने व वर्तमान उद्यम को सुचारु रूप से चलाने में काफी मददगार साबित होंगे। उन्होंने कहा कि नए अपडेट्स ही हैं जिन्हें कोई अन्य उद्यमी आपको कभी भी नहीं बताएगा। नए अपडेट्स और स्किल सुधार से आपका उद्यम विकसित होगा तथा आपको आगे बढ़ने की हिम्मत-साहस प्रदान करेगा।
इस कार्यक्रम में छात्राओं को इण्टरप्रिन्योर बनने के प्रति मोटिवेशन इण्टरप्रिन्योर इकोसिस्टम व्यापार-उद्यमिता के अवसरों की पहचान करना, इम्प्लायबिलिटी स्किल विकसित करना, व्यापार शुरू करने के लिए प्रीप्लान बनाना और बैंक से लोन कैसे प्राप्त करें तथा सोशल मीडिया में डिजिटल साक्षरता द्वारा व्यापार कैसे बढ़ाएं की जानकारी पर स्किल डिलीवर हुए। इसके अलावा उद्यमिता विकास का मैनेजमेंट विभिन्न सरकारी योजनाओं का ज्ञान व उनसे लाभ प्राप्त कैसे करें, अन्य उद्योग व उद्योगपतियों से सकारात्मक नेटवर्क कैसे स्थापित किया जाए, उद्योग आरम्भ करते समय व प्रीप्लान के समय महत्वपूर्ण तथ्य मार्केट सर्वे कैसे करें आदि पर महत्वपूर्ण टिप्स प्रदान किए गए।
नेशनल इस्टीटयूट फॉर इण्टरप्रिन्योरशिप एण्ड बिजनेस डिवैलपमेंट द्वारा उद्यम शुरू करने वाले युवा उद्यमियों को दिए जाने वाले लाभ एवं ऑनलाइन उससे कैसे जुड़े रहें ताकि आवश्यकता पड़ने पर सहायता ली जा सके तथा ऑफ लाइन ट्रेनिंग प्रोग्राम में संस्था से मिलने वाले अनुभवों पर भी रिसोर्स परसन ने विस्तृत चर्चा की व युवा महिला उद्यमियों को कई प्रकार के उद्योग लगाने से सन्बन्धित टिप्स दिये। अंत में संस्थान के निदेशक डॉ. अभिषेक सिंह भदौरिया ने रिसोर्स परसन का स्वागत करते हुए उनका आभार माना।