- जी.एल. बजाज में उद्यमिता, स्टार्टअप्स और नवाचार पर हुई मंत्रणा
मथुरा। उद्यमिता नवाचार को बढ़ावा देती है, आर्थिक विकास को गति देती है, रोजगार पैदा करती है तथा नए बाजार खोलती है। यह साहसिक विचारों को वास्तविकता में बदलने तथा लोगों को अपने-अपने समुदायों के लिए बेहतर भविष्य बनाने का सशक्त माध्यम है। यह बातें मुख्य अतिथि ए.के.टी.यू. इनोवेशन हब के सलाहकार प्रो. एस.पी. मिश्रा ने जी.एल. बजाज ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस, मथुरा के छात्र-छात्राओं को बताईं। उद्यमिता, स्टार्टअप्स और नवाचार पर आयोजित कार्यशाला का शुभारम्भ प्रो. एस.पी. मिश्रा तथा निदेशक प्रो. नीता अवस्थी द्वारा विद्या की आराध्य देवी मां सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्वलित कर किया गया।
कार्यशाला में प्रो. मिश्रा ने छात्र-छात्राओं को बताया कि उद्यमी रचनात्मक दिमाग की तरह होते हैं जो बड़े सपने देखते हैं और उन सपनों को हकीकत में बदल देते हैं। वे ऐसे लोग हैं जो अलग तरह से सोचते हैं, ऐसे विचार लेकर आते हैं जो हमारे जीवन को कई तरह से बेहतर बनाते हैं। नई और बेहतर चीजों के लिए यह प्रयास दुनिया को रोमांचित और आगे बढ़ाता रहता है। उन्होंने कहा कि जब उद्यमी नए व्यवसाय शुरू करते हैं, तो वे आर्थिक विकास के चक्र को गति देते हैं जिससे सभी को लाभ होता है। अधिक व्यवसायों का मतलब है अधिक लेन-देन, नौकरियां और अंततः अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलना।
प्रो. नीता अवस्थी ने अपने विचार साझा करते हुए कहा कि हर बार जब कोई नया व्यवसाय शुरू होता है, तो यह सिर्फ एक सपना ही नहीं होता जो सच होता है बल्कि नए रोजगार के अवसरों का भी जन्म होता है। ये नौकरियां इसलिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि ये लोगों को जीविकोपार्जन का एक जरिया प्रदान करती हैं, जिससे बेरोजगारी कम करने और अर्थव्यवस्था को सहारा देने में मदद मिलती है।
यह कार्यशाला संस्थान के इनोवेशन काउंसिल द्वारा आयोजित की गई, जिसमें बीहाइव, संस्थान की इनोवेशन सेल ने सक्रिय सहयोग प्रदान किया। बीहाइव के संयोजक प्रो. बृजेश कुमार उमर और बीहाइव के उपाध्यक्ष एवं एमबीए विभागाध्यक्ष डॉ. शशि शेखर ने इस कार्यक्रम की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। संकाय समन्वयकों विवेक भारद्वाज और राधा रमण ने आवश्यक मार्गदर्शन और सहयोग प्रदान किया। छात्र समन्वयकों याज्ञनिक शर्मा, प्रतीक सिंह, रौनक शिवहरे, शिप्रा सिंह, हिमांशु राठौर, अमित सिंह, राधिका मित्तल और समीक्षा ने उत्कृष्ट नेतृत्व और संगठनात्मक कौशल का प्रदर्शन किया।
जी.एल. बजाज, मथुरा के आई.आई.सी. के उपाध्यक्ष डॉ. शशि शेखर ने मुख्य अतिथि प्रो. एस.पी. मिश्रा का पुष्पगुच्छ भेंटकर स्वागत किया। कार्यशाला के समापन अवसर पर संस्थान की निदेशक प्रो. नीता अवस्थी ने अतिथि वक्ता प्रो. मिश्रा का स्मृति चिह्न भेंटकर छात्र-छात्राओं को बहुमूल्य समय देने के लिए आभार माना।