मथुरा। संस्कृति विश्वविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग द्वारा ‘पेरेंटल मेंटल हेल्थ डे’ के अवसर पर आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में विषय विशेषज्ञों द्वारा माता-पिता के मानसिक स्वास्थ्य के महत्व और उसके प्रभाव पर विस्तार से जानकारियां दी गईं। कार्यक्रम में विद्यार्थियों और उनके माता-पिता की सम्मिलित उपस्थिति ने कार्यक्रम को और उपयोगी बना दिया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डा. रजनीश त्यागी ने बताया कि आज के समय में माता-पिता को किन मानसिक चुनौतियों का सामना करना पड़ता है और उन चुनौतियों से कैसे आसानी से निबटा जा सकता है। विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों ने मुख्य अतिथि से प्रश्नों के द्वारा अपनी अनेक समस्याओं को उठाया गया। डा. त्यागी ने माता-पिता के तनाव, मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने के तरीके, रणनीति और उचित सहयोग को लेकर सुझाव दिए।
कार्यक्रम के दौरान छात्र-छात्राओं द्वारा कविता, नृत्य और नाट्य प्रस्तुतियों के माध्यम से माता-पिता के मानिसक और भावनात्मक संघर्षों को दिखाया गया। इन प्रस्तुतियो के माध्यम से माता-पिता के मानसिक रूप से स्वस्थ और संतुलित जीवन के लिए उचित सहयोग और जागरूकता की आवश्यकता पर बल दिया गया। छात्रा ज्योति, मोक्षदा व छात्र चैतन्य ने कविता पाठ किया। छात्रा शिवानी, दीपशिखा, देवयानी, स्निग्धा व सौम्या ने नाट्य प्रस्तुतियों द्वारा बच्चों द्वारा माता-पिता की अनदेखी, आज्ञा न पालन करने का दुष्परिणाम दर्शाया गया। कार्यक्रम में एक नाटिका द्वारा अपने देश की संस्कृति, भाषा के महत्व पर भी प्रकाश डाला गया। इस नाटिका को छात्र अंकुर, हर्ष, जिज्ञासा, मुस्कान वैदिका और श्रुति ने मंचित किया। मनोविज्ञान विभाग की डीन डा. मोनिका अबरोल ने विद्यार्थियों और शिक्षकों के प्रयासों की सराहना करते हुए इस संदर्भ में और जागरूकता बढ़ाने का आह्वान किया। कार्यक्रम का संचालन वेदिका रूहेला, अन्वी दीक्षित ने किया। अंत में दीपिका यादव द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया।
संस्कृति विवि में माता-पिता के स्वास्थ्य को लेकर किया जागरूक
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