- संवर्धित वास्तविकता शिक्षा में कई उद्देश्यों की पूर्ति करने में सक्षम
- हैकविदइंडिया कम्युनिटी के गठन से मिलेगा नवाचार को बढ़ावा
मथुरा। संवर्धित वास्तविकता (एआर) आपकी कक्षा में कई तरह के उद्देश्यों की पूर्ति कर सकती है। यह रोमांचक तकनीक वास्तविक दुनिया के ऊपर आभासी सामग्री की परतें बनाती है, जिससे छात्र-छात्राओं को पूरी तरह से नए तरीके की सामग्री से रूबरू होने का अवसर मिलता है। यह बातें मंगलवार को जीएल बजाज ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स, मथुरा में “हैकविदइंडिया कम्युनिटी” के सहयोग से एआर लेंस क्रिएशन पर आयोजित विशेष कार्यशाला में मुख्य वक्ता छवि गर्ग (सह-संस्थापक, भारत एक्सआर एवं एरिएक्सा पार्टनर, स्नैप एआर) ने प्राध्यापकों के साथ ही छात्र-छात्राओं को बताईं।
सुश्री गर्ग ने बताया कि जब कक्षा में संवर्धित वास्तविकता लाने का फैसला किया जाए तो यह भी सुनिश्चित करें कि आप सीखने को प्राथमिकता दे रहे हैं। यह भी सुनिश्चित करें कि गतिविधियां आपके सीखने के उद्देश्य से जुड़ी हों तथा छात्र-छात्राओं के समक्ष पेश करने से पहले तकनीक का परीक्षण किया गया हो। उन्होंने कहा कि संवर्धित वास्तविकता (एआर) सीखने के अनुभवों को बढ़ा सकती है और रोजमर्रा के पठन-पाठन को भी ऊर्जावान बना सकती है। कार्यशाला में अतिथि वक्ता ने छात्र-छात्राओं को ऑगमेंटेड रियलिटी की मूलभूत जानकारी प्रदान करने के साथ ही उन्हें इंटरेक्टिव एआर लेंस डिजाइन करने की व्यावहारिक जानकारी भी दी। छवि गर्ग की विशेषज्ञता से छात्र-छात्राओं को एआर डेवलपमेंट की बारीकियों से अवगत होने का मौका मिला तथा इस उभरती तकनीक की असीम सम्भावनाओं की जानकारी भी मिली।
इस कार्याशाला में ऑगमेंटेड रियलिटी, वर्चुअल रियलिटी और मिक्स्ड रियलिटी के बीच अंतर स्पष्ट किया गया। साथ ही, नई तकनीकों में एआर, वीआर तथा एमआर के विस्तार और उनके फायदों के बारे में जानकारी दी गई। इतना ही नहीं कार्यशाला में छात्र-छात्राओं को स्नैप लेंस के उपयोग, एआर लेंस के कार्य और उसकी विशेषताओं से भी अवगत कराया गया। इस दौरान छा-छात्राओं को स्नैप एआर टूल्स का उपयोग करके कस्टम फ़िल्टर प्रभाव बनाने की प्रक्रिया समझाई गई।
आयोजन को ज्ञानवर्धक बनाने के लिए भारत के सबसे बड़े हैकविदइंडिया समुदाय के प्रतिनिधि आदित्य सिंह और हार्दिक सिंह ने छात्र-छात्राओं के साथ अपने अनुभव साझा किए और सफल हैकाथॉन भागीदारी के लिए उपयोगी सुझाव दिए। उन्होंने बताया कि हैकविदइंडिया भारत का सबसे बड़ा और सबसे प्रभावशाली हैकाथॉन समुदाय है। नवाचार, सहयोग और सीखने को बढ़ावा देने के मिशन के साथ हैकविदइंडिया देश भर में तकनीक के प्रति उत्साही, डेवलपर्स और रचनात्मक समस्या-समाधानकर्ताओं के लिए एक केंद्र बन गया है।
सत्र का समापन एक इंटरेक्टिव प्रश्नोत्तरी के साथ हुआ, जिसमें छात्र-छात्राओं को एआर टेक्नोलॉजी और उसके अनुप्रयोगों पर गहराई से चर्चा करने का अवसर मिला। इस पहल का उद्देश्य कॉलेज में एक मजबूत डेवलपर कम्युनिटी का निर्माण करना है, जो नई तकनीकों के क्षेत्र में सीखने और नेटवर्किंग को बढ़ावा देगा। कार्यक्रम का संचालन फैकल्टी कोऑर्डिनेटर ऋचा मिश्रा और स्टूडेंट कोऑर्डिनेटर शिवम कुशवाह (बी.टेक, तृतीय वर्ष) द्वारा किया गया। प्राध्यापक संजीव कुमार सिंह ने अतिथि वक्ताओं को स्मृति चिह्न भेंटकर उनका स्वागत किया। अंत में इंजीनियर ऋचा मिश्रा ने सभी का आभार माना।