
रिश्वत लेने के आरोप में जिला कारागार मेरठ में निरुद्ध निलंबित डीपीआरओ किरन चौधरी के जमानत पर रिहा होते ही उनकी सरपरस्ती में फलफूल रहे अधीनस्थों में खुशी की लहर दौड़ गई। यही नहीं रिहाई के बाद उन्हें लेने के लिए जनप्रतिनिधि, ग्राम पंचायत सचिव, प्रधान और ठेकेदार मेरठ पहुंचे।अब मेरठ जिला कारागार के बाहर की फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं।जिन्हें लेकर राजनीतिक गलियारों में तरह तरह की चर्चा चल रही हैं।
दरअसल 4 फरवरी को डीपीआरओ को रिश्वत लेने के आरोप में विजिलेंस लखनऊ की टीम ने गिरफ्तार कर मेरठ जेल भेज दिया था। निचली अदालत से उनकी जमानत निरस्त होने के बाद उन्होंने उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। उच्च न्यायालय ने सुनवाई के बाद 3 अप्रैल को उनकी जमानत सशर्त मंजूर कर दी थी। इसी जमानत आदेश के आधार पर मंगलवार शाम को किरन चौधरी को मेरठ जेल से रिहा किया गया।यह खबर उनके लोगो को मिली तो वह मेरठ जेल के बाहर उन्हें रिशीव करने पहुंच गए जहां फूल मालाओं से स्वागत का फ़ोटो वायरल हो रहा है । फ़ोटो में जनप्रतिनिधि ठेकेदार और सरकारी कर्मचारी दिखाई दे रहे हैं।जो कि जिला छोड़कर वहां पहुंचे हैं।अब इन सरकारी मुलाजिमों के बिना बताए जिला छोड़े जाने के मामले में उच्चाधिकारी संज्ञान ले सकते हैं।निलंबित डीपीआरओ का स्वागत मेरठ जेल के बाहर के साथ साथ यमुना एक्सप्रेसवे और चंद्रपुरी में भी किया गया है।जबकि इनमें शामिल पंचायत सचिव ऐसे हैं जिनकी ड्यूटी अन्य ब्लॉकों में हैं तो वह अपना कार्यक्षेत्र छोड़कर निलंबित डीपीआरओ के स्वागत सत्कार में कैसे पहुंचे,इन्हीं को लेकर राजनेताओं सहित अन्य लोगों के बीच चर्चाओं का दौर चल रहा है।