मथुरा। मंडी परिषद के निदेशक जितेंद्र प्रसाद सिंह के एक पत्र ने मंडी कारोबारियों की नींद उड़ा दी है। अतिक्रमण को लेकर प्रदेश भर के डीएम को जारी इस पत्र में सख्त हिदायत दी गई है कि मंडी परिसर में हो रहे अतिक्रमण को पुलिस बल के साथ हटाने की कार्यवाही अमल में लाई जाए। इस आदेश के बाद मंडी प्रशासन ने ऐसे व्यापारियों की सूची बनाकर प्रशासन को सौंप दी है।
बीते दिनों मंडी निदेशक जितेंद्र प्रसाद सिंह ने बुलंदशहर में निरीक्षण किया इसमें अतिक्रमण को लेकर उन्होंने सख्त नाराजगी जाहिर की। यहां उन्हें बताया गया कि इन अवैध अतिक्रमण में अधिकारियों की भूमिका भी ठीक नहीं है। इसका सीधा असर मंडी समिति की दुकानों की नीलामी पर भी पड़ता है जो रेवन्यू के लिहाज बेहद खराब है।
इसके बाद निदेशक ने प्रदेश के सभी उपनिदेशकों को पत्र लिखकर ऐसे अधिकारियों और कर्मचारियों को भी चिंहित करने को कहा गया है कि जिन्होंने ऐसे अवैध अतिक्रमण कार्य में अपनी भूमिका निभाई है। बहरहाल इस पत्र के बाद मंडी प्रशासन हरकत आ गया है।
मंडी सचिव सुनील शर्मा ने बताया मुख्य मंडी मथुरा सहित जिले की सभी उपमंडियों में कुल 251 अतिक्रमण कारियों को चिंहित किया गया है। इन सभी को व्यक्तिगत नोटिस भेजे जा रहे है। 7 दिन की समय सीमा तय की गई है उसके बाद पुलिस बल के साथ इन अतिक्रमणों को ढहा दिया जाएगा। जिसका हर्जा खर्चा भी व्यापारी को देना होगा।
व्यापारियों ने बुलाई आपात बैठक
मथुरा। मंडी में इस आदेश की सुगबुगाहट शुरू हो गई है। सोमवार को पूरे मामले पर दिन भर चर्चा होती रही, सायं व्यापारियों ने मंगलवार दोपहर आपात बैठक बुलाई है। इसमें आदेश को लेकर चर्चा के साथ ही आंदोलन की अगली रणनीति तैयार की जाएगी।