नई दिल्ली। दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों की सूची में भारत एक बार फिर शीर्ष पर रहा है। आप इस बात को जानकर हैरत में पड़ जाएंगे कि सबसे खराब वायु गुणवत्ता वाले दुनिया के 30 शहरों में 21 शहर भारत के हैं। आइक्यू एयरविजुअल ने 2019 विश्र्व वायु गुणवत्ता रिपोर्ट जारी की है। इसके आंकड़े भारत के शहरों का बुरा हाल बताते हैं।
गाजियाबाद सबसे प्रदूषित
दिल्ली एनसीआर का गाजियाबाद इस सूची में दुनिया के सबसे प्रदूषित शहर के रूप में सामने आया है। 2019 में यहां की औसत वायु गुणवत्ता 110.2 रही। अमेरिका की पर्यावरण सुरक्षा एजेंसी के स्वास्थ्य मानकों के अनुरूप यह बेहद चिंताजनक है।
दिल्ली के कुछ इलाकों में नवंबर में वायु गुणवत्ता सूचकांक 800 को पार कर गया था। यह स्थिति खतरनाक स्तर की तीन गुना थी। इस शोध में सामने आया है कि दिल्ली दुनिया की सबसे प्रदूषित राष्ट्रीय राजधानी है। 2019 में दिल्ली की औसत वायु गुणवत्ता 98.6 दर्ज की गई।
ये भारतीय शहर भी प्रदूषित
दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में टॉप-10 में 6 भारतीय शहर शामिल हैं। इनके अतिरिक्त शीर्ष 30 प्रदूषित शहरों में लखनऊ, बुलंदशहर, मुजफ्फरनगर, बागपत, जिंद, फरीदाबाद, कोरट, भिवाड़ी, पटना, पलवल, मुजफ्फरपुर, हिसार, कुटेल, जोधपुर और मुरादाबाद भी शामिल हैं।
स्वास्थ्य के लिए बेहद घातक
वैश्विक स्तर पर हवा की गुणवत्ता के बारे में सूचना देने वाली टेक कंपनी आइक्यू के शोधकर्ताओं ने अपने ग्राउंड मॉनीटरिंग स्टेशनों से आंकड़े एकत्रित किए हैं। यह पीएम 2.5 के सूक्ष्म कण पदार्थ के स्तर को मापता है। इसमें वे सूक्ष्म कण आते हैं जो कि 2.5 माइक्रोमीटर से छोटे होते हैं। इन्हें विशेष रूप से हानिकारक माना जाता है क्योंकि वे फेफड़ों और हृदय प्रणाली की गहराई में प्रवेश करने के लिए काफी छोटे होते हैं। पीएम 2.5 में सल्फेट, नाइट्रेट और ब्लैक कार्बन जैसे प्रदूषक शामिल हैं। इस तरह के कण आसानी से पहुंचकर के फेफड़ों और हृदय की परेशानियों को बढ़ा सकते हैं।