मथुरा। आपने कभी सोचा भी नहीं होगा कि आपकी साइकिल वाॅकिंग करते-करते ई-साईकिल बन जायेगी। जी हां, ऐसा हो सकता है। जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा के बीटेक मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के मेधावियों ने आमजन के लिए ट्रेड-ई बनाया है। इसे साईकिल के रूप में तो इस्तेमाल किया ही जा सकता है। साथ ही टेªडमिल व ई-मोटर साइकिल के रूप में भी तुरंत ही बदला जा सकता है। यह ट्रेड-ई साईकिल बहुत जल्द ही आपको बाजार में मिलेगी।
इसे बनाने में जीएलएयू न्यूजेन इनोवेशन एण्ड एंटरप्रेन्याॅरशिप डेवलपमेंट सेंटर ने आर्थिक मदद दी है। तकनीकी दक्ष युवाओं ने जो प्रोडेक्ट तैयार किया है वह आमजन के बजट में आसानी से समा जाएगा। टेªड-ई का उपयोग महिलाएं भी अपने को फिट रखने के लिए कर सकती हैं। बिना पैडल वाली इस साइकिल में लगे टेªडमिल पर चलना होगा। इससे पैदल चलने से मिलने वाला फायदा तो मिलेगा ही साथ ही अपने मंजिल की भी दूरी करीब 25 किमी. प्रति घंटे से तय की जा सकती है। फुल चार्ज करने यह करीब 40 किमी. चल सकती है।
छात्रों ने बताया कि इसका पेटेंट भी फाइल कर दिया गया है। टेªड मोलेन ई साईकिल प्रा.लि. कंपनी नाम दिया गया है। इस कंपनी के माध्यम से साईकिल बिल्कुल तैयार है। कोरोना की महामारी में गिरावट देखते ही इस प्रोडक्ट को अगले दो माह में बाजार लाया जायेगा। जीएलए के छात्र एवं टेªड मोलेन कंपनी के चीफ मैनेजिंग डायरेक्टर हिमांशु मिश्रा ने बताया कि इस प्रोडक्ट को बेस माॅडल और टाॅप माॅडल में तैयार किया गया है।
बेस माॅडल में चार्जिंग पाॅइंट, इंडीकेटर, बैट्री चार्जिंग डिस्पले, हाॅर्न लाइट लगी हुई हैं। टाॅप माॅडल में सेन्टर लाॅकिंग, बाॅस्केट, डीआरएल, बाॅटल स्टैंड आदि की सुविधा है। फरीदाबाद की कंपनी एमके डिजाइन इंडिया को प्रोडक्ट बाजार में उतारने के लिए ट्रेड ई साईकिल तैयार करने को कहा है। जिसमें बेस माॅडल की कीमत 35 हजार एवं टाॅप माॅडल की कीमत 40 हजार रूपये रखी गयी है।
जीएलए न्यूजैन आइईडीसी के चीफ काॅर्डिनेटर प्रो. मनोज कुमार चैबे ने इस उपलब्धि पर हर्श व्यक्ति करते हुए कहा कि बीते वर्शों ही उद्यमिता की ओर अग्रसर होते हुए छात्र एवं टेªड मोलेन ई साईकिल कंपनी के चीफ मैनेजिंग डायरेक्टर हिमांशु मिश्रा, चीफ एग्जीक्यूटिव आॅफीसर सचिन सिंह सेंगर, चीफ आॅपरेटिंग आॅफीसर रवि कुमार शुक्ला, चीफ टेक्निकल आॅफीसर तेजस सिंह, चीफ फाइनेंस आॅफीसर करनजीत सिंह रंधावा, मार्केटिंग हैड अवनीश शुक्ला ने अपनी काबलियत से प्रोजेक्ट के अन्तर्गत प्रोटोटाइप बनाया और अब वही प्रोटोटाइप तैयार होकर बाजार में आने के लिए तैयार है।
रोजगार छोड़ चुनी उद्यमिता की राह
जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा से इन सभी छात्रों को कंपनी में रोजगार मिला, लेकिन छात्रों ने लोगों के सेवा के लिए उद्यमिता की राह चुनी और न्यूजैन आइईडीसी के माध्यम से इस प्रोडक्ट को तैयार किया और बाजार में लाने के लिए कंपनी को तैयारी करने का आॅफर दिया है।
जीएलए के छात्रों ने किया कमाल का अविष्कार, जाॅगिंग करो और बन जाएगी ई साईकिल
- Advertisment -