हिन्दू रीतिरिवाज से शादी के दौरान रस्मों और शगुन अपशगुन का विशेष ध्यान रखा जाता है। लेकिन जब शादी समारोह में कोई बेटा अपने पिता की लाश को ही लेकर आ जाए तो आप क्या सोचेंगे। आप इस तरह की घटना पर यकीन नहीं करेंगे। लेकिन सच में ऐसा अपने ही भारत देश के एक राज्य में हुआ है।
जी हां, शायद किसी ने भी लाश के आगे किसी को साथ सात फेरे लेते हुए नहीं देखा होगा। लेकिन हाल ही में ऐसा मामला सामने आया है जिसमें एक युवक अपनी बारात में पिता को नए कपडे़ पहनाकर ले गया। घटना तमिलनाडु के विल्लुपुरम की है। जहां बेटे की शादी से पहले पिता की मौत हो गई, लेकिन पिता की अंतिम इच्छा थी की वह अपने बेटे की शादी अपनी आँखों से देखे, तो बेटा अपने पिता की अंतिम इच्छा पूरी करने के लिए पिता के शव को सामने रखकर सात फेरे लिए।
आपको बता दें कि 31 वर्षीय डी अलेक्जेंडर की शादी 2 सितंबर को होनी थी। लेकिन उससे कुछ ही दिन पहले अचानक अलेक्जेंडर के पिता देवमणि की मृत्यु हो गई। बताया जा रहा है कि देवमणि बेटे की शादी को लेकर बहुत खुश थे और वह तैयारियों में जुटे थे। वह चाहते थे कि धूमधाम से बेटे की शादी करें, लेकिन इसी बीच उनकी मौत हो गई। उसके बाद अलेक्जेंडर ने फैसला लिया कि वह पिता के अंतिम संस्कार से पहले अपनी शादी करेंगे। ताकि उनकी इच्छा पूरी हों जाये। अलेक्जेंडर ने अपनी होने वाली दुल्हन अन्नपूर्णानी से बात की, और फिर पिता के शव के साथ शादी की।
अलेक्जेंडर की पत्नी अन्नपूर्णानी एक स्कूल में टीचर हैं और वह अलेक्जेंडर के प्रस्ताव पर शादी करने को राजी हो गईं। दोनों पक्षों ने शादी की तैयारियां की। बारात निकली। अन्नपूर्णानी शादी के बंधन में बंध गए। शादी के बीच दूल्हा-दुल्हन और परिवार के अन्य सदस्यों में शव के साथ फोटो भी खिंचवाएं। बाद में फिर शव का अंतिम संस्कार किया।