20 नवंबर शुक्रवार दोपहर 1 बजकर 22 मिनट पर देवगुरु बृहस्पति शनि प्रधान राशि मकर में गोचर होंगे। इस मकर राशि में पहले से ही विराजमान शनि के साथ गुरु यानि बृहस्पति बैठेंगे। इस राशि में बृहस्पति बहुत कमजोर होते हैं। बृहस्पति को जीवनसाथी के सुख, धर्म, संतान, विद्या, बडे़ भाई, सोना, ज्योतिष आदि का कारक माना जाता है। इनके गोचर से पड़ने वाले दुष्प्रभाव को भगवान शिव की पूजा से समाप्त किया जा सकता है। बृहस्पति के मकर राशि में जाने से सभी राशियों पर प्रभाव पड़ेगा।
गुरु के मकर राशि में जाने से इन राशियों के जातकों पर ये प्रभाव पड़ेगा
मेष : आजीविका की समस्या हो सकती है। धन की कमी से तनाव हो सकता है। सम्मान में कमी की आशंका है।
वृष : रुके कार्यों में सफलता मिलेगी। धार्मिक कार्यों में मन रमेगा। पदोन्नति मिल सकती है।
मिथुन : यात्राओं में बहुत लाभ की अपेक्षा ना रखें। निवेश गलत जगह हो सकता है। परिजनों से विवाद से बचें।
कर्क : विदेश यात्रा हो सकती है। संतान सुख में वृद्धि होगी। पदोन्नति की संभावना है।
सिंह : शत्रुओं से कष्ट मिल सकता है। नौकरी छूटने का भय रहेगा और सेहत का ध्यान रखें।
कन्या : शुभ फलों में वृद्धि होगी। संतान सुख मिलेगा। राजकृपा प्राप्त होगी। विवाह के योग हैं।
तुला : रिश्तेदारों से तनाव मिल सकता है। वाहन-मकान को लेकर चिंता हो सकती है।
वृश्चिक : स्थान परिवर्तन हो सकता है। निकट संबंधियों से वियोग संभव। सेहत को लेकर सचेत रहें। धन संबंधी विवाद से बचें।
धनु : धन प्राप्त होगा। विद्वतापूर्ण वाणी के द्वारा कार्य में सफलता संभव। परिवार का सुख मिलेगा। पदोन्नति की संभावना है।
मकर : देश या अपने स्थान से बाहर जाना हो सकता है। धन का व्यय बढ़ सकता है। निकट संबंधियों से शत्रुता की आशंका रहेगी।
कुम्भ : धन खोने का भय रहेगा। मानसिक चिंताएं परेशान करेंगी। खर्चा बढ़ सकता है। गलत निर्णय हो सकते हैं।
मीन : संतान सुख में वृद्धि संभव है। पदोन्नति मिल सकती है। पुरस्कार मिल सकता है। कोई रुका हुआ कार्य पूरा हो सकता है।