- गिरफ्तार शातिर बदमाशों ने पुलिस के सामने उगले कई राज
- लूट के बाद हत्या करने का तरीका अन्य बदमाशों से है अलग
मथुरा। दिवाली की रात दुकान से घर आते वक्त व्यापारी की हत्या बदमाशों ने रकम लूटने के लिए की थी। लूट के उद्देश्य से हत्या करने वाले पुलिस की गिरफ्त में आए इन तीन शातिर बदमाशों का घटना को अंजाम देने का तरीका अन्य बदमाशों से जुदा है। इन शातिर किस्म के बदमाशों ने पुलिस पूछताछ में कई राज उगले, जिसे सुन हर कोई हैरान है।
मंगलवार की रात को एसओजी टीम ने यमुना पार क्षेत्र के कल्याणपुर तिराहा के समीप मुठभेड़ के बाद तीन शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया है। इन गिरफ्तार बदमाशों में यमुनापार सिद्धार्थ नगर निवासी सचिन पुत्र प्रेमपाल बघेल, धर्मेन्द्र सिंह पुत्र सूरजपाल सिंह एवं सदर बाजार निवासी शिवम पुत्र कन्हैया शामिल हैं। मुठभेड़ के दौरान सचिन और धर्मेन्द्र के पैर में गोली लगने से वह घायल हो गए। जिन्हें पुलिस उपचार के लिए अस्पताल ले गई। इनके पास से लूट में प्रयुक्त ऑटो, कई तमंचा और कारतूस बरामद किए हैं। इसके अलावा इनकी निशानदेही पर व्यापारी दिलीप अग्रवाल और सेही के छात्र विक्रम से लूटी गई नकदी और बैग, मोबाइल भी बरामद किया है।
स्वाट और एसओजी टीम द्वारा गिरफ्तार बदमाशों से जब पुलिस ने पूछताछ की तो उन्होंने कई राज खोले। जिसे सुन पुलिस भी हैरान रह गई। बापको बता दें कि पकड़े गए शातिर बदमाशों का लूट और मर्डर करने का तरीका अन्य बदमाशों से अलग है।
एसपी सिटी उदयशंकर सिंह ने बताया कि बदमाशों से जब पूछताछ की गई तो उन्होंने उनके द्वारा लूट और हत्या करने का नया तरीका बताया। बदमाशों ने बताया कि वह तिराहे-चौराहों पर वाहन का इंतजार करने वाले अकेले यात्री को अपना शिकार बनाते हैं। पहले वह अपने ऑटो में सवारी के रुप में व्यक्ति को बैठा ले जाते हैं। रास्ते में सूनसान इलाके में पहले व्यक्ति से लूटपाट करते उसके बाद उसकी हत्या कर शव को अन्यत्र स्थान पर फेंक देते थे।
केस-1
शातिर बदमाशों ने बताया कि इस तरह तरह उन्होंने 9 नवंबर को अपने साथी राहुल पुत्र सुरेन्द्र निवासी भीम नगर के साथ मिलकर एक व्यक्ति को सवारी के रुप में राया कटके पास से प्रेम मंदिर वृंदावन के लिए बैठाया था। उसको पानीगांव के आग ले जाकर गला दबाकर हत्या कर दी थी। शव को यमुना नदी में फेंक दिया था। हत्या करने के बाद उसके जेब से 200 रुपए और नीले रंग का थैला लूट लिया था।
केस -2
14 नवंबर दिवाली की रात को व्यापारी दिलीप अग्रवाल को राया तिराहे से मथुरा के लिए अपने ऑटो में बैठाया। कुछ ही आगे निर्जन क्षेत्र आने पर उसे लूटने का प्रयास किया। व्यापारी द्वारा विरोध करने पर उसे गौसना गांव के समीप चुनरी से गला दबाकर मार डाला और सड़क किनारे झाड़ियों में फेंक दिया। व्यापारी की जेब से 17000 रुपए, मोबाइल, एक मिठाई का डिब्बा, एक मिट्टी की झौंपडी खिलौना लूट लिया था।
केस -3
15 फरवरी को सेक्टर 10 फरीदाबाद निवासी विजय प्रताप सिंह को अपने ऑटो बैठा कर पहले लिफ्ट दी उसके बाद लूटपाट कर हत्या कर दी। शव को रिफाइनरी क्षेत्र में फेंक दिया।
एसपी सिटी उदय शंकर सिंह ने बताया कि घटना लूट और हत्या में शामिल पकड़े गए बदमाशों के तीन और साथियो की तलाश की जा रही है। जल्द ही उन्हें भी पकड लिया जाएगा।