नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस से संक्रमण का खतरा फिर तेजी से बढ गया है। रोज करीब सैकड़ों कोरोना पॉजिटिव अपनी जान गंवा रहे हैं। कोरोना पर काबू पाने के लिए राज्य और केंद्र सरकार ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। लेकिन रोज हजारों नए केस सामने आ रहे हैं। लॉकडाउन से लॉक हटते ही दिल्ली में कोरोना वायरस एक बार फिर ताकतवर हो गया है।
यहां रोज करीब 100 मरीजों की होती मौत से दिल्ली सिसक रही है। कोराना का कहर ऐसा है कि अस्पतालों में बेड कम पड़ गए हैं। कहीं मौत से जूझते मरीज को बेड नसीब नहीं हो रहा है कही बिना इलाज के ही दम निकल रहा है। अब तक कोरोना से 8, 391 मरीजों की मौत हो गई है।
कोरोना को लेकर जब तक सरकार जागी तब तक देर हो चुकी थी। हालात बेकाबू हो चुके थे। अफरा-तफरी के माहौल में दिल्ली सरकार ने केंद्र से मदद मांगी। केंद्र ने 700 आईसीयू बेड देने का वादा किया। दिल्ली सरकार ने ताबड़तोड़ कई फरमान जारी कर दिए। अब निजी अस्पतालों के 80 फीसदी बेड कोरोना मरीजों के लिए आरक्षित हैं। एमबीबीएस और बीडीएस के सीनियर छात्रों को भी ड्यूटी में लगा दिया गया है।