आगरा। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आगरा मेट्रो रेल प्रोजेक्ट का शुभारंभ करते ही फतेहाबाद मार्ग पर टीडीआई मॉल के सामने ताज पूर्वी गेट स्टेशन के पिलर की नींव के लिए ड्रिलिंग मशीन से खोदाई शुरू हो गई। सबकुछ ठीक रहा तो दिसंबर, 2022 तक छह स्टेशन पर मेट्रो दौड़ने लगेगी। मेट्रो में बैठकर आप ताजमहल और आगरा फोर्ट जा सकेंगे। आगरा में 29 किमी मेट्र्रो ट्रैक का निर्माण होगा। 27 स्टेशन बनेंगे। सात भूमिगत होंगे जबकि 20 एलिवेटेड स्टेशन होंगे।
पहले चरण में उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (यूपीएमआरसी) छह किमी का प्राथमिक कॉरिडोर सेक्शन पूरा करेगी। इसमें छह स्टेशन ताजमहल पूर्वी गेट, फतेहाबाद रोड, बसई और ताजमहल, आगरा फोर्ट और जामा मस्जिद हैं। इनमें तीन एलिवेटेड स्टेशन के लिए 273 करोड़ रुपये का काम सोमवार से शुरू हो गया। मुख्यमंत्री योगी ने ड्रिल मशीन से ताज पूर्वी गेट स्टेशन निर्माण का शुभारंभ किया है।
यूपीएमआरसी के प्रबंध निदेशक कुमार केशव ने कहा कि सबकुछ ठीक रहा तो दिसंबर, 2022 तक प्रायर्टी कॉरिडोर में ट्रेन का ट्रायल शुरू हो जाएगा। एलिवेटेड स्टेशन से ज्यादा समय भूमिगत स्टेशनों के लिए टनल की खोदाई में लगता है। तीनों भूमिगत स्टेशन घनी आबादी क्षेत्र में हैं, ऐसे में हमें यहां के लोगों के सहयोग की जरूरत है। सहयोग से ही हम इस काम को दो साल में पूरा कर देंगे।
यूपीएमआरसी के एमडी कुमार केशव ने कहा कि हमने जहां भी मेट्रो बनाई है, समय सीमा के अंदर काम किया है। कानपुर में नौ किमी ट्रैक हमने एक साल में पूरा कर लिया है। आगरा में सिर्फ सात किमी ट्रैक का निर्माण होना है। हमारी यही कोशिश है कि इसे हम रिकार्ड टाइम में पूरा करें। क्योंकि एक-एक दिन काम रुकने से हमें बहुत नुकसान होगा। एक दिन काम पिछड़ने का मतलब है हमें 75 लाख रुपये का नुकसान होना। प्रोजेक्ट की लागत नहीं बढ़े इसके लिए हम इसे समय पर पूरा कर लेंगे। सरकार का बहुत सहयोग है। एमडी ने कहा कि प्रायर्टी कॉरिडोर में सबसे तेज सिविल वर्क होंगे।
आगरा समेत लखनऊ और कानपुर मेट्रो की बागडोर संभाल रहे प्रबंध निदेशक कुमार केशव ने आईआईटी रुड़की से बीटेक करने के बाद आईआईटी कानपुर से एमटेक किया। 10 साल तक दिल्ली मेट्रो में काम करने के बाद अब उत्तर प्रदेश में विस्तार करने के लिए उन्हें वर्ष 2015 में यूपीएमआरसी की कमान सौंपी गई है। आगरा मेट्रो प्रोजेक्ट की लागत 8,380 करोड़ रुपये है। इसमें केंद्र और राज्य सरकार के अलावा यूरोपियन बैंक से फंडिंग होगी। टनल के लिए मशीनें और भूमिगत स्टेशन बनाने वाले विशेषज्ञ भी विदेश से आएंगे। प्रोजेक्ट के टेंडर के बाद अंतिम स्वीकृति भी यूरोपियन बैंक से ली जाती हैं।
यूपीएमआरसी के मुताबिक आगरा रेल मेट्रो परियोजना में निर्माण कार्यों की उच्च गुणवत्ता होगी। निर्माण आगामी 200 साल तक टिके रहेंगे। 100 साल तक मेट्रो की मियाद है। इसके 100 साल और मेट्रो के निर्माणों को मेंटीनेंस कर चलाया जा सकेगा।