आगरा। एत्मादपुर थाना क्षेत्र के गांव पिपरिया से रविवार सुबह कार सवार बदमाशों द्वारा एक युवक का अपहरण करने की घटना महज के एक ड्रामा निकली। युवक ने घरवालों से परेशान होकर अपहरण कहानी रच दी थी। पुलिस ने 10 घंटे बाद युवक को मथुरा से बरामद कर लिया। पुलिस युवक से पूछताछ कर रही है। रविवार सुबह गांव पिपरिया निवासी शिशुपाल (25 वर्ष)का अपहरण होने की सूचना से गांव में सनसनी फैल गई। पुलिस को सूचना दी गई कि कार सवार बदमाशों ने युवक को अगवा कर लिया है। उच्च अधिकारियों ने पुलिस की दो टीमें गठित कर अपहृत की बरामदगी को रवाना कर दीं।
परिजनों ने पुलिस को बताया था कि शिशुपाल का उसकी भाभी के फोन पर कॉल आई। उसने बताया कि उसे घर से बाहर दो युवक आए और कहा कि हमारी गाड़ी खराब हो गई है हमें जैक चाहिए तो मैं उनके साथ चला गया थोड़ी दूरी के बाद वह मुझे अपनी गाड़ी में डालकर ले गए। उन्होंने मेरा फोन छीन लिया है, मेरा दूसरा फोन मेरे पास ही है। जिससे मैं बात कर रहा हूं।
पुलिस ने युवक के नंबर पर फोन लगाया उसने बताया कि मुझे दो-तीन घंटे गाड़ी में ले जाने के बाद एक कमरे में बंद कर दिया है। पुलिस ने युवक का फोन सर्विलांस पर लगाया। उसकी लोकेशन मथुरा में मिली। इस पर दो टीमें मथुरा रवाना हो गई। पुलिस ने दोपहर करीब तीन बजे शिशुपाल को मथुरा बस अड्डे से पकड़ लिया गया।
थाना प्रभारी प्रेम निवास शर्मा के अनुसार युवक ने पूछताछ में बताया कि उसने अपने अपहरण की झूठी कहानी बनाई थी। उसके घर वाले उससे रुपये मांगते थे, उसे परेशान करते थे। उसने बताया कि वह सुबह पांच बजे घर से बाहर निकला। एत्मादपुर से इको गाड़ी में बैठकर एक्सप्रेसवे होते हुए मथुरा के वृंदावन कट पर उतर गया था।