वृंदावन। सुदामा कुटी में बक्सर धाम से आये पूज्य नेहनिधि नारायण दास भक्तमाली मामा महाराज के परिकरों के द्वारा चल रहे सीता राम विवाह महोत्सव के आठवें दिन सियाराम विवाह का मंचन किया गया। सर्वप्रथम चारों दुलहा समेत राजा दशरथ की आरती उतारी गई।
कार्यक्रम रामानंदी वैष्णव सेवा ट्रस्ट द्वारा रामचरित्र दास महाराज, आचार्य नरहरि दास महाराज, सियादीदी व अनूप शर्मा के देखरेख तथा महंत श्री सुतीक्ष्ण दास जी महाराज के सानिध्य में चल रहा है। आज के उत्सव में बक्सर के सांसद व केंद्रीय राज्य मंत्री अश्वनी चौबे प्रमुख रूप उपस्थित रहे।
बारात में गुरु वशिष्ठ व राजा दशरथ हाथी पर सवार होकर तथा चारों भाई राम, लक्ष्मण, भरत व शत्रुघ्न पहले घोड़े पर सवार होकर जनकपुर के राजा जनक के द्वार पहुंचते हैं। जहां महाराज जनक के द्वार पर द्वारपूजा की रस्म पूरी की जाती है। द्वार पूजा के बाद पुन: चारों भाई जनवासे में लौट जाते हैं। इस दौरान विवाह लीला की देखने के लिए कई श्रद्धालु देर रात इस अलौकिक दृश्य के साक्षी बन स्वयं की अभिभूत महसूस कर रहे थे।