नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में मेट्रो के सफर में एक और नई सौगात जुड़ी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को देश की पहली ड्राइवरलेस मेट्रो को हरी झंडी दिखाई। पहले चरण में ड्राइवरलेस मेट्रो मजेंटा लाइन पर जनकपुरी पश्चिम से नोएडा के बॉटनिकल गार्डन मेट्रो स्टेशन तक दौड़ेगी। इस मेट्रो सेवा को बाद में बढाया जाएगा।
ड्राइवरलेस मेट्रो को हरी झंडी दिखाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज से 3 साल पहले मेजेंटा लाइन की शुरुआत हुई थी, अब इसी लाइन पर ड्राइवरलेस मेट्रो की शुरुआत हो रही है। पीएम मोदी ने कहा कि भविष्यों की जरूरतों के लिए देश काम कर रहा है।
पीएम मोदी ने कहा कि कुछ वक्त पहले तक भ्रम की स्थिति बनी रहती थी, लेकिन कोई भविष्य की तैयारी नहीं थी। जिसके कारण शहरी की मांग और पूर्ति में काफी अंतर आया। शहरीकरण को चुनौती ना माना जाए और अवसर के तौर पर इस्तेमाल किया जाए।
देश की पहली ड्राइवरलेस ट्रेन दिल्ली मेट्रो के मजेंटा लाइन और पिंक लाइन पर चलाई जानी हैं। पहले चरण में ड्राइवरलेस ट्रेन मजेंटा लाइन पर जनकपुरी पश्चिम से नोएडा के बॉटनिकल गार्डन मेट्रो स्टेशन के बीच दौड़ेगी। उसके बाद साल 2021 में पिंक लाइन में 57 किलोमीटर तक ड्राइवरलेस मेट्रो चलाने की योजना है, जो मजलिस पार्क से शिव विहार तक की दूरी तय करेगी।
इस तरह से कुल 94 किलोमीटर तक ड्राइवरलेस ट्रेनें दौड़ाने की योजना है. आम मेट्रो ट्रेन की तरह ही ड्राइवरलेस ट्रेन में भी 6 कोच होंगे। दिल्ली मेट्रो ने ड्राइवरलेस ट्रेन को एक बड़ी तकनीकी उपलब्धि बताया है। डीएमआरसी पिछले करीब 3 साल से ड्राइवरलेस मेट्रो ट्रेन का ट्रायल कर रहा था। दिल्ली मेट्रो ने पहली बार सितंबर 2017 को इसका ट्रायल शुरू किया था। ड्राइवरलेस ट्रेन में भी 6 कोच हैं। ड्राइवरलेस ट्रेन में 2,280 यात्री एक बार में सफर कर सकते हैं. इसमें हर कोच में 380 यात्री सवार हो सकते हैं।