Saturday, September 21, 2024
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मथुरा में बर्ड फ्लू को लेकर गाइड लाइन जारी, रेपिड रेस्पॉस टीम गठित, सघन निगरानी के निर्देश

मथुरा। यूपी में बर्ड फ्लू को लेकर अलर्ट जारी होने के बाद मथुरा में भी बर्ड फ्लू को लेकर सतर्कता बरती जा रही है। सभी मुर्गी पालन केन्द्रों की सघन निगरानी की जा रही है। रेपिड रेस्पांस टीम गठित करने के साथ ही अफसरों ने गाइड लाइन जारी की है। इसके अलावा तहसील स्तर पर वॉयलर और मथुरा में तीन बड़े मुर्गी पालन केन्द्र, 24 वायरल हैं। जहां चिकन यानि चूजे होते हैं। जिले के सभी छोटे-बड़े मुर्गी पालन केन्द्रों और वायरलों पर पशु मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. योगेन्द्र पंवार ने सघन निगरानी के निर्देश दिए हैं।

तहसील स्तर पर डॉक्टरों की टीम और विभाग के कर्मचारियों को निगरानी के लिए लगाया गया है साथ ही सर्वे कार्य भी कराया जा रहा है कि वर्तमान में वायलर और मुर्गी पालन कन्दों्र (पॉल्ट्री) की वास्तविक संख्या उनकी क्षमता और रखरखाव किस स्तर का है।

ये है बायो सिक्योरिटी की गाइड लाइन


पशु मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. योगेन्द्र पंवार ने नियो न्यूज को बताया कि बर्ड फ्लू को लेकर जो बायो सिक्योंरिटी की गाइड लाइन जारी की गई है कि उसमें जितने भी पॉल्ट्री और वायलर हैं उनको सेनेटाइज करना, उनके चारों को चूने का छिड़काव करना, किसी भी बाहरी व्यक्ति को मुर्गी पालन केन्द्र में प्रवेश न देना, अनावश्यक व्यक्ति पक्षी पालन केन्द्रों पर प्रवेश नहीं दिया जाए। इसके अलावा जो भी पक्षी पालन केन्द्रों पर कार्य कर रहे हंै। वह फेस मास्क लगाकर और सुरक्षा के सभी इंतजामातों के साथ कार्य करें। जाल का प्रयोग करें ताकि चूजा या मुर्गी हवा में उड़ कर एक स्थान से दूसरे स्थान पर न जा पाए।


डॉ. योगेन्द्र पंवार नियो न्यूज को बताया कि वल्र्ड हैल्थ ऑर्गेनाइजेशन (वल्र्ड हैल्थ ऑर्गेनाइजेशन) के अनुसार मथुरा में बर्ड फ्लू का खतरा नहीं है। क्यों कि यहां परंपरागत रुप से कच्चे मीट और अंडे कच्चे नहीं खाए जाते। मीट यदि 70 डिग्री तापमान में पका है तो उससे किसी भी तरह का खतरा नहीं है। जबकि मथुरा और आसपास के क्षेत्रों में सौ तापमान पर मीट को पका कर खाने वाले लोग हैं। इसलिए यहां डर नहीं है।

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