नोएडा। अब यमुना एक्सप्रेस वे बहु उपयोगी साबित होने जा रहा है। पहले लड़ाकू विमान का ट्रायल और अब इस पर हाइस्पीड ट्रेन दौड़ाने की तैयारी की जा रही है। दिल्ली-वाराणसी हाइस्पीड रेल कॉरीडोर यहां से होकर गुजर सकता है। यमुना एक्सप्रेस वे के दोनों ओर की सड़कों के बीच में हाइस्पीड रेल का कॉरिडोर बनाने का सरकार प्लान तैयार कर रही है। योजना के अनुसार, नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की टर्मिनल बिल्डिंग में हाइस्पीड रेल का स्टेशन बनाया जा सकता है। एयरपोर्ट की निर्माणकर्ता कंपनी ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी ने नेशनल हाईस्पीड रेल कॉरपोरेशन को पत्र भेजकर टर्मिनल बिल्डिंग में स्टेशन बनाने का आग्रह किया गया है।
जानकारी के मुताबिक हाईस्पीड रेल कॉरपोरेशन, एक्सप्रेसवे की दोनों सड़कों के बीच की जगह में एक कॉरिडोर बनाने की योजना बना रहा है। लेकिन एरियल सर्वे के बाद एलाइनमेंट तय होने पर ही पता चल सकेगा कि यह कॉरिडोर एक्सप्रेसवे के बीच में बनेगा या फिर इसके सामानांतर ही बनाने की तैयारी की जाएगी। हालांकि एक्सप्रेसवे के बीच में कॉरिडोर बनाने से जमीन अधिग्रहण जैसी मुश्किल से बचा जा सकता है। वहीं कॉरिडोर का काम भी जल्द ही शुरू हो जाएगा।
बताया जा रहा है कि स्टेशन नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की विकासकर्ता कंपनी ने टर्मिनल बिल्डिं में हाईस्पीड स्टेशन बनाने का प्रस्ताव रखा है। जिससे कि रेल और फ्लाइट से आने वाले यात्रियों की सीधे तौर पर कनेक्टिविटी हो जाएगी और इसके चलते आने जाने में लगने वाले समय में भी बचत होगी। ऐसे में इस प्रस्ताव पर भी विचार किया जा रहा है, अगर इस प्रस्ताव को मंजूरी मिली तो इस पथ पर आने जाने वाले यात्रियों के लिए काफी आसानी हो जाएगी।
ज्ञात हो कि इससे पहले यमुना एक्सप्रेस वे पर लड़ाकू विमानों की लैंडिग का ट्रायल हुआ था। जिससे कि आवश्यकता होने पर मथुरा और इसके आसपास से लड़ाकू विमानों की लैंडिंग और उड़ान भरी जा सके।
- खबर के साथ सभी फोटो सांकेतिक हैं