नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को कृषि कानूनों पर ‘खेती का खून तीन काले कानून’ नाम से एक बुकलेट जारी की है। उन्होंने कहा कि तीनों कृषि कानून देश की कृषि को बर्वाद कर देंगे। वह इसका विरोध करते रहेंगे। देश के किसानों की समस्या को देश के मध्यम वर्ग और निम्न तबके के लोगों को समझना चाहिए। केन्द्र सरकार को इन तीनों काले कानूनों को वापस लेना होगा।
राहुल गांधी ने पत्रकार वार्ता करते हुए कहा कि वह भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के सवालों के जवाब नहीं देंगे। वह सिर्फ किसानों और देश के सवालों का जवाब देंगे। उन्होंने कहा कि हर उद्योग में चार-पांच लोगों का एकाधिकार बढ़ रहा है, मतलब इस देश के चार-पांच नए मालिक हैं। आज तक खेती में एकाधिकार नहीं हुआ। नरेंद्र मोदी चार-पांच लोगों के हाथों में खेती का पूरा ढांचा दे रहे हैं।’
राहुल गांधी ने कहा कि सरकार किसानों का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है, सरकार किसानों से बात करने के लिए कह रही है। नौ बार बात हो गई, सरकार मामले में कोर्ट को घसीटती जा रही है। उन्होंने कहा ये तीन कानून एक प्रक्रिया है, ये यहां नहीं रूकने वाले। इनका लक्ष्य हिन्दुस्तान के किसान को खत्म करना और पूरा कृषि का सिस्टम अपने तीन-चार मित्रों को देना है।
राहुल गांधी ने कहा कि आज देश में त्रासदी सामने आ रही है। सरकार देश की समस्या और गलत सूचना को नजरअंदाज करना चाहती है। मैं अकेले किसानों के बारे में बोलने वाला नहीं हूं क्योंकि यह त्रासदी का हिस्सा है। यह युवाओं के लिए महत्वपूर्ण है। यह वर्तमान के बारे में नहीं बल्कि आपके भविष्य के बारे में है।’
उन्होंने कहा कि वह सही के लिए लड़ते रहेंग, चाहे पूरा देश खिलाफ हो जाए। उन्होंने कहा कि वह मोदी और भाजपा से नहीं डरते हैं। वह मुझे हाथ भी नहीं लगा सकते, लेकिन वह मुझमें गोली मरवा सकते हैं। उन्होंने कहा कि ये लोग किसानों का थकाना चाहते हैं लेकिन उन्हें बेवकूफ नहीं बनाया जा सकता।