यह उपलब्धि हासिल करने वाला भारत का एकमात्र ऑटोमोटिव निर्माता बना
मथुरा। हीरो मोटोकॉर्प ने ऑटोमोबाइल की दुनिया में एक नया रिकॉर्ड कायम किया है। यह दुनिया की पहली ऐसी कंपनी बन गई है जिसने 100 मिलियन दुपहिया वाहनों को बनाने का आंकड़ा पार कर लिया है। कंपनी इस रिकाडॅ का श्रेय अपने उन ग्राहकों को दे रही है जो जो कि हीरो पर अपना प्यार और विश्वास वर्षों से जता रहे हैं। इस रिकार्ड बनाने के जश्न कंपनी द्वारा देश में जगह-जगह मनाया जा रहा है। इसी श्ऱृंखला में मथुरा में भी हीरा मोटोकॉर्प द्वारा जश्न मनाया गया और मिठाइयां बांटी गईं।
विश्व के करोड़ों लोगों की आकांक्षाओं के अनुसार परिवहन प्रदान करने में आगे रहा है और यह उपलब्धि विकसित होती इंजिनियरिंग, परिचालन में उत्कृष्टता और स्थायी पद्धतियों की सफलता है। यह इस भरोसे और आस्था पर निर्मित हमारे पूरे इकोसिस्टम की भी सफलता है, जो कंपनी के साथ बढती रही है। सबसे महत्वपूर्ण यह उन ग्राहकों का जश्न है, जिन्होंने हीरो पर अपना प्यार और विश्वास जताना जारी रखा है।
यह महत्वपूर्ण उपलब्धि भारत में निहित क्षमताओं और हीरो की ब्राण्ड अपील की पुष्टि भी करती है। हम भारत में विश्व के लिए निर्माण करते हैं और यह उपलब्धि विभिन्न भौगोगिक क्षेत्रों, जनसांख्यिकी और पीढियों में हीरो के लिए ग्राहकों की चाहत दर्शाती है। हम अपनी वृद्धि की यात्रा जारी रखने वाले हैं। परिवहन का भविष्य बनने के अपने लक्ष्य के अनुसार हम अगले पांच वर्षों में कई नई मोटरसाइकिलें और स्कूटर्स लॉन्च करेंगे साथ ही अपना वैश्विक विस्तार भी करेेंगे। हम शोध एवं विकास में निवेश भी जारी रखेंगे और परिवहन के नए समाधानों पर केन्द्रित होंगे।
हीरो मोटोकॉर्प के सीईओ और चेयरमैन डॉ. पवन मुंजाल के अनुसार विश्व में मोटरसाइकिलों और स्कूटरो के सबसे बड़े निर्माता हीरो मोटोकॉर्प ने आज संचयी उत्पादन में 100 मिलियन यानि 10 करोड़ यूनिट्स का आंकड़ा पार करने की महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। उत्तर भारत के पहाड़ी राज्य उत्तराखण्ड के हरिद्वार में स्थित कंपनी की विनिर्माण सुविधा से 100 मिलियनवीं बाइक एक्सट्रीम 160 आर को रोल आउट किया गया।
उन्होंने बताया कि यह लगातार 20वां वर्ष भी है। जब हीरो मोटोकॉर्प ने विश्व में दुपहिया वाहनों से सबसे बड़े विनिर्माता की प्रतिष्ठित उपाधि को बरकरार रखा है। हीरो मोटोकॉर्प का यह एतिहासिक उपलब्धि 100 मिलियन के संचयी उत्पादन का आंकाड़ा छूने की सबसे तेज वैश्विक उपलब्धियों में से एक है, क्योंकि अंतिम 50 मिलियन यूनिट्स केवल सात वर्षों की अवधि में आई हैं।
इस अवसर पर यादगार बनाने के लिए डॉ. पवन मुंजाल ने दिल्ली एनसीआर के गुरुग्राम में स्थिति कंपनी की विनिर्माण सुविधा पर छह विशेष उत्सवी संस्करण वाले मॉडल्स का अनावरण किया। सेलिब्रेशन एडिशन वाले छह मॉडल्स हैं। स्प्लेंडर प्लस, एक्सट्रीम 160 आर, पैशन प्रो, ग्लैमर और डिस्टिनी 125, माएस्ट्रो एज 110, जो फवरी 2021 से बिक्री के लिए उपलब्ध होंगे।
बताया जा रहा है कि अगले पांच वर्षांे की योजना के हिस्से के तौर पर हीरो मोटोकॉर्प हर साल 10 से ज्यादा उत्पाद पेश करेगा, जिनमें वैरिएंट्स, रिफ्रेशेस और अपगे्रेड्स शामिल होंगे। भारत के बाहर अपने बाजारों में वृद्धि के कलिए हीरो मोटोकॉर्प का बड़ा लक्ष्य है। कंपनी इन बाजारों में अपने परिचालन का विस्तार जारी रखेगी। और नए भौगोलिक क्षेत्रों के महत्वपूर्ण बाजारों में प्रवेश भी करेगी।
100 मिलियन का सफरनामा
1994- पहला मिलियन
2001- 5 मिलियन
2004- 10 मिलियन
2008- 25 मिलियन
2013- 50 मिलियन
2017- 75 मिलियन
2021- 100 मिलियन