नई दिल्ली। लंबे समय से पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों ने आम आदमी की कमर तोड़कर रख दी है। अब खबर आ रही हंै कि केन्द्र सरकार पेट्रोलियम पदार्थों पर एक्साइज ड्यूटी घटाने पर विचार कर रही है। ऐसा होता है तो लगातार महंगाई की मार झेल रही जनता को बड़ी राहत मिलेगी।
दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 85 रुपये और डीजल 75 रुपये लीटर के पार पहुंच गया है। मुंबई में तो हालात और भी खराब हैं। जहां पेट्रोल 92 रुपये लीटर बिक रहा है। तो डीजल भी रिकॉर्ड ऊंचाई पर है। इस बीच केन्द्र सरकार एक्साइज ड्यूटी घटाने पर विचार बना रही है। पेट्रोलियम एवं नेचुरल गैस मंत्रालय इस बात की सिफारिश पहले ही कर चुका है। माना जा रहा है कि जल्द ही एक्साइज ड्यूटी में कटौती का ऐलान किया जा सकता है।
ऐसे बढ़ती गई कू्रड ऑयल कीमत
कोरोना काल में ब्रेंट क्रूड की कीमत पिछले साल 19 डॉलर प्रति बैरल हो गई थी। इसका मुख्य कारण दुनिया के कई देशों में लॉकडाउन और आवाजाही पर प्रतिबंध रहा। एक साल बाद क्रूड ऑयल की कीमत तकरीबन 3 गुनी हो गई हैं। 22 जनवरी 2021 को ब्रेंड क्रूड की कीमतें 55.37 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गईं, जिसकी वजह से पेट्रोल डीजल लगातार महंगा होता जा रहा है।
सरकार कितना वसूलती है एक्साइज ड्यूटी
पिछले साल मार्च में सरकार ने पेट्रोलियम पदार्थों पर एक्साइज ड्यूटी बढ़ा दी थी। मार्च 2020 से पहले एक लीटर पेट्रोल पर 19.98 रुपये एक्साइज ड्यूटी लगती थी जिस पर सरकार ने 13 रुपये लीटर का इजाफा कर दिया था। फिलहाल एक लीटर पेट्रोल पर कुल 32.98 पैसे की एक्साइज ड्यूटी लगती है जबकि डीजल पर 31.83 रुपये प्रति लीटर एक्साइज ड्यूटी लगती है। मार्च 2020 से पहले डीजल पर 15.83 रुपये प्रति लीटर एक्साइज ड्यूटी लगती थी। एक अनुमान के मुताबिक पेट्रोल डीजल की कीमत 1 रुपया बढ़ाने पर सरकार को 14 हजार 500 करोड़ रुपये की कमाई होती है।