कोसीकलां। गोमती सरोवर स्थित बालाजी मंदिर से मेहंदीपुर बालाजी के लिए धूमधाम के साथ पदयात्रा शुरु हुई। बैंडबाजों की धुन पर पदयात्रा में शामिल भक्तजन जमकर झूमे और बालाजी महाराज के जयकारे लगाए। यह पदयात्रा पिछले 31 वर्ष से अनवरत रुप से निकल रही है। इसमें न सिर्फ ब्रज के बल्कि यूपी, दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब सहित देश के अन्य राज्यों के भक्तजन शामिल होते हैं।
रविवार प्रात: बैंडबाजों के मधुर भजनों के साथ मेहंदीपुर बालाजी पदयात्रा जोंकी बालाजी मंदिर से शुरू हुई। पदयात्रा में शामिल भक्तजन कस्बे के प्रमुख मार्गों के सभी मंदिरों के दर्शन करते हुए चल रहे थे। यह पदयात्रा बालाजी मंदिर के महंत कृष्णमुरारी भारद्वाज, माता पुष्पा भारद्वाज के सानिध्य में निकाली गई।
पदयात्रा में बालाजी मंदिर के बाल महंत कपीश भारद्वाज बालाजी भगवान की ध्वज पताका लेकर आगे आगे चले। जो श्रद्धालुओं के मन को मोह रही थी। यात्रा में बडु़ी संख्या में शामिल भक्तजन भगवान श्रीराम और माता सीता और बालाजी भगवान के जयकारे लगा रहे थे।
कोसीकलां के पूर्व पालिकाध्यक्ष भगवत प्रसाद रोहिला, पालिकाध्यक्ष नरेंद्र कुमार एवं कस्बे के लोगों ने यात्रा का पुष्पवर्षा कर स्वागत किया। वही जगह-जगह बालाजी पदयात्रा की आरती उतार कर और यात्रा का मार्गदर्शन कर रहे बालाजी मंदिर के महंत कृष्णमुरारी भारद्वाज,माता पुष्पा भारद्वाज का फूल माला, पटुका पहनाकर स्वागत किया।
बालाजी मंदिर के महंत कृष्ण मुरारी भारद्वाज एवं यात्रा के सेवायत श्यामसुन्दर शर्मा ने बताय कि यह यात्रा कोसीकला से चलकर लगभग 6 मुख्य पड़ाव स्थलों पर रुककर मेहंदीपुर बालाजी पहुचती है। मेहंदीपुर बालाजी की यात्रा करने से यात्रा में शामिल बालाजी के भक्तों को अपार भक्ति की अनुभूति होती है।